
Vitamin D Deficiency को न करें अनदेखा: शरीर पर होते हैं ये 3 गंभीर असर
भागदौड़ भरी जीवनशैली के चलते लोग अब अधिकतर समय घर या ऑफिस के अंदर बिताने लगे हैं। इसके कारण शरीर को सूर्य की रोशनी से मिलने वाला आवश्यक विटामिन D कम मात्रा में मिल पाता है। यह विटामिन न केवल हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है, बल्कि इम्यून सिस्टम और मानसिक सेहत को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।
विटामिन D शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में सहायक होता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और अन्य कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिन्हें नज़रअंदाज़ करना गंभीर परिणाम ला सकता है।
1. हड्डियों और मांसपेशियों पर असर
जब शरीर में विटामिन D की मात्रा घट जाती है, तो इसका सीधा प्रभाव हड्डियों और मांसपेशियों पर पड़ता है। इससे मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, खिंचाव और थकावट जैसी समस्याएं सामने आती हैं। कुछ लोगों को सीढ़ी चढ़ने, कुर्सी से उठने या किसी चीज़ को उठाने में कठिनाई होती है।
बच्चों में यह कमी रिकेट्स जैसी बीमारी का कारण बन सकती है, जिसमें हड्डियां झुक जाती हैं। वहीं वयस्कों में यह ऑस्टियोपोरोसिस या ऑस्टियोमलेसिया जैसी स्थितियों को जन्म देती है।
इन्हें भी देखे – PCOS: महिलाओं में तेजी से बढ़ रही पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की समस्या, जानें लक्षण और बचाव
2. थकान और ऊर्जा की कमी
अगर आप रोज़ाना पर्याप्त नींद लेने के बावजूद खुद को थका हुआ महसूस करते हैं, तो इसकी एक संभावित वजह विटामिन D की कमी हो सकती है। यह विटामिन शरीर की ऊर्जा उत्पादन प्रणाली और माइटोकॉन्ड्रिया की कार्यक्षमता में योगदान देता है। इसकी कमी से व्यक्ति दिनभर सुस्त और थका हुआ महसूस करता है।
3. इम्यून सिस्टम कमजोर और संक्रमण का खतरा
विटामिन D शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने में मदद करता है। यदि इसकी कमी हो जाए तो शरीर बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में कमजोर हो जाता है। इसके चलते व्यक्ति को बार-बार सर्दी-जुकाम, गले में खराश, फ्लू या सांस से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य पर असर भी संभव
विटामिन D मस्तिष्क के ऐसे न्यूरोट्रांसमीटर पर प्रभाव डालता है जो मूड को संतुलित करने में मदद करते हैं, जैसे कि सेरोटोनिन। विशेषकर सर्दियों में जब सूर्य की रोशनी कम होती है, तो कई लोग सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) या डिप्रेशन से ग्रस्त हो सकते हैं।
इन्हें भी देखे –सुबह उठते ही पानी पीना क्यों है फायदेमंद? जानिए जापानियों की लंबी उम्र का हेल्थ सीक्रेट – वॉटर थेरेपी
क्या है इसका समाधान?
विटामिन D की कमी से बचाव के लिए ये उपाय किए जा सकते हैं:
धूप में समय बिताएं: हर दिन सुबह की हल्की धूप में 15-20 मिनट बिताएं।
संतुलित आहार: अंडे की ज़र्दी, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध और अनाज, फैटी फिश आदि का सेवन करें।
डॉक्टर की सलाह लें: अगर लक्षण बने रहें तो डॉक्टर से मिलकर विटामिन D की जांच कराएं और जरूरत हो तो सप्लीमेंट लें।
नोट (Disclaimer):
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।
1 thought on “Vitamin D की कमी के 3 खतरनाक प्रभाव: कमजोर हड्डियों से लेकर डिप्रेशन तक”