
Pune Bridge Collapse: पुणे में पुल गिरा, अब तक चार की मौत, राहत कार्य जारी
महाराष्ट्र के पुणे जिले के तलेगांव क्षेत्र में रविवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना लोहे का पुल अचानक ढह गया। यह दुर्घटना मावल तहसील के कुंदमाला गांव के पास दोपहर करीब 3:30 से 4:30 बजे के बीच हुई। अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 18 अन्य घायल हैं। घटनास्थल पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और दमकल विभाग की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
250 से अधिक लोग राहत अभियान में शामिल

पुणे के जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी ने बताया कि हादसे के बाद 250 से ज्यादा कर्मी बचाव कार्य में जुट गए। अब तक 38 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
कैसे हुआ हादसा? मंत्री गिरीश महाजन ने दी जानकारी
राज्य मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि यह पुल मूलतः किसानों और स्थानीय पैदल यात्रियों के आवागमन के लिए बना था, लेकिन रविवार को 250-300 पर्यटक एक साथ पुल पर चढ़ गए, जिससे अत्यधिक भार के चलते पुल ढह गया।
एनडीआरएफ की दो टीमें कर रहीं बचाव कार्य

सीआरपीएफ डीआईजी वैभव निंबालकर ने बताया कि घटनास्थल पर बिना किसी आदेश का इंतजार किए राहत टीमें भेजी गईं। दो एनडीआरएफ यूनिट्स मौके पर मौजूद हैं और मलबे के नीचे दबे लोगों को निकालने का काम कर रही हैं।
सीएम, डिप्टी सीएम और गृहमंत्री ने जताया दुख
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हादसे पर दुख जताया। अमित शाह ने कहा कि एनडीआरएफ ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई। पीएम मोदी ने सीएम देवेंद्र फडणवीस से बात कर हालात की जानकारी ली।
पुल की हालत पहले से खराब थी

शुरुआती जांच में सामने आया है कि पुल काफी पुराना और जर्जर स्थिति में था। बावजूद इसके, भारी संख्या में पर्यटक वहां मौजूद थे। एक चेतावनी बोर्ड भी मौजूद था, जिसमें पुल की खराब स्थिति के बारे में बताया गया था।
शिवसेना यूबीटी ने उठाए सवाल
शिवसेना (यूबीटी) के नेता आनंद दुबे ने कहा कि पुल के पास पर्याप्त बैरिकेडिंग नहीं थी। क्या यह प्रशासन की लापरवाही थी या लोगों की जान लेने की साजिश?
स्थानीय प्रशासन और नागरिकों की त्वरित प्रतिक्रिया
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग और प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुट गए। घटनास्थल से कई घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का बयान
सीएम ममता बनर्जी ने भी दुख जताते हुए कहा कि हाल के दिनों में देश में कई बुनियादी ढांचे से जुड़ी घटनाएं हुई हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
निष्कर्ष:
पुणे पुल हादसा एक बड़ा सबक है कि बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और नियमित जांच कितनी जरूरी है। फिलहाल, राहत और बचाव कार्य जारी है और प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है।
इन्हें भी देखे –
