Mobile addiction -मोबाइल फोन के खतरे: डिप्रेशन से लेकर एंग्जायटी और साइबर क्राइम तक
आज मोबाइल फोन हर किसी की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। कॉलिंग, चैटिंग, शॉपिंग, काम, एंटरटेनमेंट और बैंकिंग—सब कुछ अब हमारी जेब में समा गया है। लेकिन जिस डिवाइस ने जिंदगी आसान की, वही धीरे-धीरे हमारी सेहत, प्राइवेसी और मानसिक संतुलन के लिए खतरा भी बनता जा रहा है।
मोबाइल फोन से होने वाले 6 बड़े नुकसान
1. लत लगना
स्मार्टफोन का एक बड़ा नुकसान यह है कि इसकी लत लग जाती है. आजकल ऐप्स और कंटेट को ऐसे डिजाइन किया जा रहा है कि लोग अपना अधिक से अधिक समय मोबाइल पर गुजारें. ऐसे में कई लोग स्मार्टफोन के आदी हो जाते हैं और वो कुछ और काम नहीं कर पाते.
2. नींद गायब होना
देर रात तक मोबाइल इस्तेमाल करने से लोगों का स्लीप पैटर्न चेंज हो रहा है. इससे उनकी थकान बढ़ने लगी है और सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है. लगातार मोबाइल के इस्तेमाल से लोगों का अटेंशन स्पैन कम हो रहा है और वो किसी चीज पर ज्यादा देर तक ध्यान नहीं दे पा रहे.
3. प्राइवेसी का खतरा
आजकल प्राइवेट फोटोज से लेकर बैंक की जानकारी तक सब मोबाइल में स्टोर रहती है. इंटरनेट से कनेक्ट होने के कारण मोबाइल में सेंध लगाकर हैकर्स हर प्रकार का डेटा चुरा सकते हैं. इसलिए प्राइवेसी भंग होने का खतरा लगातार बना रहता है.
4. साइबर क्राइम का खतरा
आजकल मोबाइल और इंटरनेट पर स्कैमर्स की नजर रहती है. फिशिंग, मालवेयर, स्किमिंग समेत अलग-अलग तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं. एक बार उनके जाल में फंसने पर लोग ब्लैकमेलिंग और आर्थिक धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं.
5. डिप्रेशन और एंग्जायटी
मोबाइल आ जाने से लोगों के हजारों वर्चुअल दोस्त बन जाते हैं, लेकिन असल जीवन में वो लोगों से कटते जा रहे हैं. इस वजह से उनमें अकेलेपन, एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसी समस्याएं पैदा हो रही हैं. इसलिए विशेषज्ञ मोबाइल छोड़कर लोगों से मेल-मिलाप बढ़ाने की सलाह दे रहे हैं.
6. सेहत पर असर
मोबाइल ने लोगों को घर से सारा काम करने की सहूलियत दे दी है. इसलिए लोगों का घर से बाहर निकलना, घूमना और एक्सरसाइज करना आदि कम हो रहा है. इस कारण लोगों में मोटापा, नजर कमजोर होना, लगातार सिर दर्द जैसे कई बीमारियां देखने को मिल रही हैं.
