
ऑपरेशन सिंदूर के बाद मसूद अजहर का दावा—“मेरे परिवार के 14 सदस्य एक ही रात शहीद हुए”, भारत पर हमले की दी चेतावनी
भारतीय सेना की ओर से की गई मिसाइल स्ट्राइक के बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर का बयान सामने आया है। उसने दावा किया है कि इस हमले में उसके परिवार के 14 सदस्य मारे गए हैं, जिनमें बच्चे, महिलाएं और उसके करीबी शामिल हैं। मसूद ने कहा—”इस बलिदान पर कोई अफसोस नहीं, बल्कि इच्छा होती है कि मैं भी उनके साथ होता।”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। हमले में जैश सरगना मसूद अजहर के बहावलपुर स्थित ठिकाने को भी टारगेट किया गया, जो इंटरनेशनल बॉर्डर से लगभग 100 किलोमीटर अंदर है।
कौन है मसूद अजहर?
मसूद अजहर वही आतंकी है, जिसे 1999 में इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट IC814 के हाइजैक के बाद भारत सरकार को रिहा करना पड़ा था। रिहाई के बाद अजहर ने पाकिस्तान के कराची में जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की थी। तब से अब तक वह भारत पर छह बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रह चुका है।
ऑपरेशन सिंदूर: 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त
भारतीय कार्रवाई में पाकिस्तान में जैश, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया। इनमें से आठ ठिकाने बॉर्डर के 9 से 30 किमी के दायरे में थे, जबकि बहावलपुर का एक ठिकाना सीमा से 100 किमी दूर था। यह वही स्थान है जहां जैश का मुख्यालय ‘मरकज सुभानअल्लाह’ स्थित है।
इस 18 एकड़ के कैंपस में मसूद अजहर और उसका परिवार भी रहता था। यहीं पर नए आतंकियों की भर्ती और ट्रेनिंग होती थी। पुलवामा हमले की साजिश भी इसी परिसर में रची गई थी।
हमले में कौन मारे गए?
जैश-ए-मोहम्मद की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मसूद अजहर की बहन, बहनोई, भांजा, उसकी पत्नी, भांजी और पांच बच्चे इस हमले में मारे गए। साथ ही, उसके चार करीबी, जिनमें एक सहयोगी हुजैफा, उसकी मां और दो अन्य लोग शामिल हैं, की भी मौत हो गई। इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है।
बहावलपुर में भारत की स्ट्राइक
पाकिस्तान के डॉन अखबार के मुताबिक, बहावलपुर की पुलिस ने पुष्टि की है कि ‘मरकज सुभानअल्लाह’ को टारगेट किया गया। स्थानीय नागरिकों ने चार बड़े धमाकों और पूरे इलाके में बिजली गुल होने की जानकारी दी। सोशल मीडिया पर भी वहां के लोगों ने यही दावा किया है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और मसूद का ठिकाना
पाकिस्तानी सरकार ने 2019 में मसूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने के बाद उसके बहावलपुर स्थित हेडक्वार्टर को अपने कब्जे में लेने का दावा किया था। फिर भी, रिपोर्ट्स बताती हैं कि मसूद को सेना की सुरक्षा प्राप्त थी और हमले से पहले उसे कहीं और शिफ्ट कर दिया गया था। एक थ्योरी के अनुसार, वह अफगानिस्तान में छिपा है।
भारत में आतंकी हमलों का जिम्मेदार
मसूद अजहर और उसका संगठन जैश-ए-मोहम्मद भारत पर कई बार हमले कर चुके हैं। जम्मू-कश्मीर के कठुआ, सांबा और हंदवाड़ा जैसे इलाकों में 2014-15 के बीच जैश ने कई हमलों में लगभग 10 सैनिकों को मार गिराया था। पुलवामा जैसे बड़े हमले में भी इसी संगठन का हाथ था, जिसमें CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे।
आतंकवाद की ट्रेनिंग और फंडिंग नेटवर्क
मसूद अजहर को अल-कायदा के ओसामा बिन लादेन से ट्रेनिंग मिली थी। जैश को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से फंडिंग मिलती रही है। बहावलपुर में इसका हेडक्वार्टर कट्टरपंथी विचारधारा फैलाने का केंद्र रहा है, जबकि हथियारों की ट्रेनिंग के लिए जैश के कैंप खैबर पख्तूनख्वा और PoK में स्थित हैं।
मसूद अजहर का नया बयान
मसूद अजहर ने कहा—
“मेरे परिवार के 14 लोग शहीद हुए हैं। वे अल्लाह के मेहमान बनेंगे। मोदी ने मासूम बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया। मगर इसमें कोई खौफ या पछतावा नहीं है। अब रहम की कोई उम्मीद मत रखना।”
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Source – Dainik Bhaskar