
ऑपरेशन सिंदूर- भारत और पाकिस्तान: किसकी सेना, कितनी मज़बूत?
भारत सरकार की ओर से आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में अभियान चलाया है। इस अभियान के अंतर्गत उन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जो भारत में हमलों की योजना बना रहे थे या अतीत में उन्हें अंजाम दे चुके थे।
सरकारी बयान के मुताबिक, “ऑपरेशन सिंदूर में कुल नौ आतंकी अड्डों को निशाना बनाया गया।”
उधर, पाकिस्तान के सरकारी टीवी ने सेना के प्रवक्ता के हवाले से दावा किया कि भारत ने तीन स्थानों पर मिसाइल हमले किए हैं।
सेना कार्रवाई को लेकर पूर्व सैन्य अधिकारियों की चेतावनी
दक्षिण एशिया की राजनीति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों ने आशंका जताई थी कि भारत सीमित सैन्य कार्रवाई कर सकता है, जिससे व्यापक संघर्ष की स्थिति बन सकती है।
लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एसएच पनाग ने इस तरह की त्वरित कार्रवाई से पहले सावधानी बरतने की सलाह दी थी।
उन्होंने ‘द प्रिंट’ में प्रकाशित लेख में लिखा कि पाकिस्तान एक परमाणु संपन्न देश है और पारंपरिक युद्धक्षेत्र में जवाबी कार्रवाई की पूरी क्षमता रखता है।
उनके मुताबिक, भारत के पास चाहे मिसाइल हो, ड्रोन हो या वायु सेना की तकनीक—कोई भी बढ़त इतनी निर्णायक नहीं है कि वह बिना क्षति के कार्रवाई कर सके। इसलिए संभावित जवाबी हमलों के लिए तैयार रहना चाहिए।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ़ ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “हमें अब तैयारी करने की जरूरत नहीं है, हम पहले से ही तैयार हैं।”
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने भी चेतावनी दी कि “अगर कोई दुस्साहस किया गया, तो उसका जवाब 2019 की तरह दिया जाएगा,” जिसमें बालाकोट एयर स्ट्राइक और दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच टकराव की ओर संकेत था।
भारत बनाम पाकिस्तान: सैन्य ताक़त की तुलना (2025)
ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 के अनुसार, 145 देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान बारहवें स्थान पर।
🔹 भारतीय सेना की ताक़त:
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सेना: 22 लाख सैनिक
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टैंक: 4,201
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बख्तरबंद वाहन: 1.5 लाख
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सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी: 100
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खींच कर ले जाने वाली आर्टिलरी: 3,975
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मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर: 264
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वायु सेना: 3.1 लाख वायु सैनिक और कुल 2,229 विमान
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513 फाइटर जेट
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270 ट्रांसपोर्ट
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130 अटैक
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351 ट्रेनर
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6 एयर टैंकर
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हेलीकॉप्टर: 899 (80 अटैक हेलीकॉप्टर)
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नौसेना: 1.42 लाख नौसैनिक और 293 जहाज़
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2 एयरक्राफ्ट करियर
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13 डिस्ट्रॉयर
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14 फ्रिगेट्स
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18 सबमरीन
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18 कॉर्वेट
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लॉजिस्टिक इन्फ्रास्ट्रक्चर:
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311 एयरपोर्ट
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56 पोर्ट
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63 लाख किमी सड़क
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65 हज़ार किमी रेलवे
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🔹 पाकिस्तानी सेना की ताक़त:
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सेना: 13.11 लाख सैनिक
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वायु सेना: 78,000 वायु सैनिक, 1,399 विमान
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328 फाइटर
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90 अटैक
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64 ट्रांसपोर्ट
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565 ट्रेनर
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4 एयर टैंकर
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373 हेलीकॉप्टर (57 अटैक हेलीकॉप्टर)
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टैंक: 2,627
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सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी: 662
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खींची जाने वाली आर्टिलरी: 2,629
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रॉकेट आर्टिलरी: 600
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नौसेना: 121 युद्धपोत
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9 फ्रिगेट्स
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9 कॉर्वेट्स
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8 सबमरीन
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69 पेट्रोल वेसल्स
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लॉजिस्टिक इन्फ्रास्ट्रक्चर:
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116 एयरपोर्ट
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3 पोर्ट
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60 मर्चेंट मरीन
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2.64 लाख किमी सड़क
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11.9 हज़ार किमी रेलवे
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परमाणु हथियारों की स्थिति (SIPRI 2024 रिपोर्ट):
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भारत: 172 वॉरहेड
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पाकिस्तान: 170 वॉरहेड
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की रणनीति भारत को संतुलित करने पर केंद्रित है, जबकि भारत लंबी दूरी की मारक क्षमता (विशेषकर चीन के विरुद्ध) को प्राथमिकता देता है।
चीन की वॉरहेड संख्या 22% वृद्धि के साथ 410 से बढ़कर 500 हो चुकी है, जिससे क्षेत्र में सामरिक संतुलन और चुनौतीपूर्ण हो गया है।
ड्रोन ताक़त:
बीबीसी उर्दू के लेख के अनुसार, भारत और पाकिस्तान दोनों ही तेज़ी से ड्रोन संख्या और क्षमताओं में इजाफा कर रहे हैं।
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भारत के पास आने वाले 2–4 वर्षों में 5,000 ड्रोन होने की संभावना है।
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भारत ने अमेरिका से 3.5 अरब डॉलर में 31 प्रीडेटर ड्रोन और 500 मिलियन डॉलर की मिसाइलें और बम खरीदने का सौदा किया है।
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पाकिस्तान तुर्की और चीन से ड्रोन आयात करता है।
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तुर्की: बैराक्तर TB2, अकिन्ज़ी
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चीन: विंग लूंग 2, CH-4
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स्वदेशी: बर्राक, शहपर
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यूरोपीय स्रोत: जर्मनी और इटली से भी कुछ ड्रोन खरीदे गए हैं।
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पहलगाम हमले के बाद बढ़ता तनाव:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंधों में अत्यधिक तनाव देखा गया।
भारत ने:
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सिंधु जल संधि को निलंबित करने
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बॉर्डर क्रॉसिंग बंद करने
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पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द करने जैसे फैसले लिए।
पाकिस्तान ने:
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1972 के शिमला समझौते से बाहर आने की घोषणा की
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चेतावनी दी कि नदियों के पानी को रोकना या मोड़ना ‘युद्ध की कार्रवाई’ मानी जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा में चेतावनी दी कि “आतंकियों को कल्पना से भी बड़ी सज़ा दी जाएगी” और “अब बची हुई ज़मीन भी मिट्टी में मिला दी जाएगी।”
जल संसाधन मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि “रणनीति यह सुनिश्चित करने की है कि पाकिस्तान को एक बूंद भी पानी न मिले।”
दूसरी ओर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने भी जोरदार प्रतिक्रिया देते हुए ‘पूर्ण ताक़त’ से जवाब देने की बात दोहराई।
Source – BBC HINDI