
Earthquake In Delhi NCR
Earthquake In Delhi NCR -दिल्ली-NCR में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। हरियाणा के झज्जर में 4.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ, जिसकी वजह से दिल्ली, हरियाणा और वेस्ट यूपी में 10 सेकेंड तक कंपन हुआ।
गुरुवार को सुबह दिल्ली-NCR समेत कई इलाकों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 मापी गई। भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्जर में स्थित था। झटकों की अवधि लगभग 10 सेकेंड रही। अब तक किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
इन इलाकों में महसूस किए गए झटके:

-
हरियाणा के झज्जर, जींद, बहादुरगढ़
-
पश्चिमी उत्तर प्रदेश
-
कुछ क्षेत्र राजस्थान के
-
दिल्ली और एनसीआर
छह महीने में तीसरी बार भूकंप

1. 19 अप्रैल 2025 – तीव्रता 5.8, केंद्र अफगानिस्तान
दोपहर 12:17 बजे आए इस भूकंप का असर जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली-NCR तक देखा गया। कई लोग कार्यालयों और घरों से बाहर निकल आए। हालांकि किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ।
2. 17 फरवरी 2025 – तीव्रता 4.0, केंद्र नई दिल्ली
सुबह 5:36 बजे झटके महसूस हुए और कुछ ही घंटों बाद बिहार के सिवान में भी भूकंप आया। दिल्ली में 5 किमी गहराई में इसका केंद्र था। लोग अचानक घबराकर घरों से बाहर निकल आए थे।
3. 10 जुलाई 2025 – तीव्रता 4.4, केंद्र झज्जर (हरियाणा)
आज का भूकंप NCR क्षेत्र में तीसरी बड़ी हलचल है। कंपन के दौरान कुछ लोगों ने हल्की आवाज भी सुनी।
भूकंप क्यों आते हैं?
धरती की ऊपरी सतह 7 बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेटों से बनी होती है। ये प्लेटें लगातार गतिशील रहती हैं और जब ये आपस में टकराती हैं तो दबाव बनता है। जब यह दबाव बहुत अधिक हो जाता है, तो प्लेटें टूट जाती हैं और नीचे जमा ऊर्जा बाहर निकलती है, जिससे भूकंप आता है।
क्षेत्रीय विशेषता:
एक अधिकारी के अनुसार, दिल्ली और आसपास के इलाके में हर 2-3 साल में हल्के भूकंप आते हैं। 2015 में यहां 3.3 तीव्रता का झटका दर्ज किया गया था।
निष्कर्ष:
दिल्ली-NCR एक संवेदनशील भूकंपीय क्षेत्र है। भले ही यह भूकंप हल्के स्तर के हों, लेकिन लगातार आ रही गतिविधियां सतर्क रहने का संकेत देती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लोगों को भूकंप से बचाव के उपायों की जानकारी और अभ्यास समय-समय पर करते रहना चाहिए।
इन्हें भी देखे –
