
Arvind Netam Statement -“दीपक बैज ईसाई धर्म में परिवर्तित हुए?”— अरविंद नेताम के सवाल पर गरमाई सियासत, कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर धर्मांतरण को लेकर विवाद तेज हो गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज पर धर्म परिवर्तन को लेकर उठाए गए सवालों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
नेताम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “दीपक बैज को स्पष्ट करना चाहिए कि कहीं वे ईसाई धर्म में कन्वर्ट तो नहीं हुए हैं? कांग्रेस की धर्मांतरण पर क्या नीति है, इसे जनता के सामने लाना चाहिए।”
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए दीपक बैज ने नेताम पर हमला बोला और कहा, “अरविंद नेताम RSS की भाषा बोल रहे हैं। या तो उन्हें किसी लालच में यह सब कहा गया या किसी भयवश। उन्हें आदिवासी समाज के सामने जाकर यह बात कहनी चाहिए।”
भूपेश बघेल का पलटवार: “RSS-BJP झूठ बोलने की फैक्ट्री”
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “RSS और भाजपा झूठ फैलाने की फैक्ट्री हैं। अरविंद नेताम जैसे वरिष्ठ नेता अब संघ की भाषा में बोल रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”
बघेल ने यह भी कहा, “नेताम कई बार दल और विचारधारा बदल चुके हैं। अब RSS मुख्यालय से लौटकर इस तरह के सवाल उठा रहे हैं, जबकि खुद ही अलग-अलग विचारों का समर्थन करते रहे हैं। जिसके कोई स्थायी विचार न हों, उसका राजनीतिक जीवन निरर्थक होता है।”
RSS के साथ नेताम की नजदीकी
शनिवार को रायपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में अरविंद नेताम ने नागपुर में संघ कार्यालय में शामिल होने की बात कही। उन्होंने RSS प्रमुख मोहन भागवत का कार्यक्रम में आमंत्रण देने के लिए धन्यवाद भी दिया।
उन्होंने कहा, “पहले संघ आदिवासियों को ‘वनवासी’ कहता था, जिसका हमने विरोध किया था। अब संघ ‘आदिवासी’ शब्द का उपयोग कर रहा है, जो स्वागत योग्य है।”
धर्मांतरण नीति पर कांग्रेस को स्पष्टता लाने की जरूरत: नेताम
अरविंद नेताम ने कहा कि धर्मांतरण को लेकर कांग्रेस की नीति अस्पष्ट है और उसे इसे स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे संघ की आलोचना भी करते रहे हैं, खासकर औद्योगिक नीति, विस्थापन, और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर।
उनका कहना था, “हम विचार-विमर्श के पक्षधर हैं। अगर किसी के पास विचार न हों तो जीवन का उद्देश्य ही खत्म हो जाता है।”
केदार कश्यप का बड़ा आरोप: “बैज ने बस्तर में चर्च खुलवाए”
भाजपा नेता और मंत्री केदार कश्यप ने दीपक बैज पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, “उन्होंने अपने पांच साल का कार्यकाल बस्तर में चर्च खुलवाने में लगा दिया। कांग्रेस धर्मांतरण को रोकने की जगह उनका समर्थन करती रही है।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब कार्रवाई होनी चाहिए थी, तब कांग्रेस “मुंह में लड्डू डालकर बैठी थी।”
निष्कर्ष:
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर जारी बहस अब एक बड़े राजनीतिक विमर्श का रूप लेती जा रही है। जहां एक ओर कांग्रेस पर धर्मांतरण को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस को सीधे तौर पर निशाना बनाया जा रहा है।
आदिवासी समुदाय और उनकी धार्मिक पहचान को लेकर छिड़ी यह बहस आने वाले समय में और अधिक राजनीतिक रंग ले सकती है।
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