
Ahmedabad Plane Crash
Ahmedabad Plane Crash: कैप्टन ने जानबूझकर फ्यूल बंद किया?
अहमदाबाद | 17 जुलाई 2025
12 जून को हुए एअर इंडिया AI-171 विमान हादसे में एक नया चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट के अनुसार, क्रैश से ठीक पहले कैप्टन सुमीत सभरवाल ने जानबूझकर विमान के इंजनों में फ्यूल सप्लाई बंद कर दी थी।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) से दोनों पायलटों के बीच की आखिरी बातचीत का ऑडियो सामने आया है, जिसमें को-पायलट क्लाइव कुंदर ने घबराई आवाज में पूछा,
“आपने फ्यूल स्विच CUTOFF में क्यों किया?“
इस सवाल के दौरान को-पायलट हैरान और चिंतित नजर आए, जबकि कैप्टन सभरवाल शांत थे।
दोनों पायलट काफी अनुभवी थे — सभरवाल के पास 15,638 घंटे और कुंदर के पास 3,403 घंटे का उड़ान अनुभव था।
AAIB की पहली रिपोर्ट में फ्यूल कटऑफ की पुष्टि

भारत के एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 12 जुलाई को एक प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें बताया गया था कि टेकऑफ के बाद फ्यूल स्विच अचानक ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ पोजीशन में चला गया, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए और विमान एक हॉस्टल इमारत से टकरा गया।
हालाँकि, इस रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं था कि फ्यूल स्विच स्वतः बंद हुआ या पायलट ने किया।
AAIB ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि वॉयस रिकॉर्डिंग में एक पायलट को दूसरे से यह पूछते हुए सुना गया कि “फ्यूल क्यों बंद किया?” लेकिन दूसरे पायलट ने इसका उत्तर “मैंने ऐसा नहीं किया” दिया था।
एयर इंडिया और DGCA ने दी तकनीकी सफाई
एयर इंडिया ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि उसके सभी Boeing 787 Dreamliner विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (FCS) की तकनीकी जांच पूरी कर ली गई है, और उनमें कोई खराबी नहीं पाई गई है।
इसके अलावा, थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल (TCM) को भी बदला गया है, जो FCS का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
DGCA ने देश की सभी एयरलाइंस को 21 जुलाई तक Boeing 737 और 787 सीरीज के विमानों में फ्यूल कंट्रोल जांच के आदेश दिए हैं।
भारत में एअर इंडिया के पास 33 बोइंग 787 हैं। अन्य एयरलाइंस जैसे इंडिगो के पास B-737 MAX 8 और B-787-9 हैं, जो लीज पर हैं।
पायलट संगठन ने कहा- छवि खराब करने की साजिश
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने AAIB और मीडिया रिपोर्ट्स पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि बिना निष्पक्ष और पूरी जांच के किसी पायलट को दोष देना गैर-जिम्मेदाराना है।
FIP अध्यक्ष सीएस रंधावा ने कहा,
“रिपोर्ट में सिर्फ कॉकपिट रिकॉर्डिंग के चुनिंदा हिस्से सार्वजनिक किए गए हैं, जिससे पायलटों की छवि को नुकसान पहुंचा है। जांच प्रक्रिया में पायलट संगठनों को शामिल नहीं किया गया।”
विमान हादसे का पृष्ठभूमि
12 जून को एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, टेकऑफ के 32 सेकेंड बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई।
हादसे में 270 लोगों की जान गई थी। यह भारत के इतिहास में सबसे घातक विमान दुर्घटनाओं में से एक बन गई।
निष्कर्ष:
जहाँ एक ओर WSJ की रिपोर्ट ने पायलट की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं पायलट संगठन और एयर इंडिया ने रिपोर्ट की निष्पक्षता और तकनीकी पहलुओं पर सवाल उठाए हैं। अंतिम निष्कर्ष अब पूर्ण जांच रिपोर्ट के बाद ही सामने आ सकेगा।
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