ChatGPT Launch Atlas-
OpenAI ने एक ऐसा कदम उठाया है जिसने पूरे टेक वर्ल्ड को हिला दिया है। कंपनी ने अपना पहला AI-पावर्ड वेब ब्राउज़र “ChatGPT Atlas” लॉन्च कर दिया है — और इसका असर सीधे गूगल की मार्केट वैल्यू पर पड़ा है। लॉन्च के अगले ही दिन गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे कंपनी को करीब 13,188 अरब रुपये (150 अरब डॉलर) का नुकसान हुआ।
ChatGPT Atlas क्या है?
OpenAI का नया ChatGPT Atlas एक ऐसा ब्राउज़र है जो पूरी तरह AI-इंटीग्रेटेड है। इसका मतलब है कि अब यूज़र्स को सर्च करने या वेब पेज बदलने के लिए टैब स्विच करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
Atlas में ChatGPT को सीधे वेब पेज के साथ जोड़ा गया है — यानी आप किसी भी वेब कंटेंट के साथ चैटबॉट की तरह बात कर सकते हैं, उसे समझ सकते हैं और उसका एनालिसिस करवा सकते हैं।
फिलहाल Atlas सिर्फ Mac OS पर उपलब्ध है, लेकिन कंपनी ने कहा है कि जल्द ही इसे Windows और मोबाइल प्लेटफॉर्म पर भी लॉन्च किया जाएगा।
OpenAI के लॉन्च से Google को बड़ा झटका
OpenAI ने इस ब्राउज़र को इस हफ्ते एक क्रिप्टिक 6 सेकंड के वीडियो के ज़रिए टीज़ किया था।
इसके बाद CEO सैम ऑल्टमैन ने एक लाइव स्ट्रीम में इसे लॉन्च करते हुए कहा:
“यह बहुत ही दुर्लभ पल है जब हमें दोबारा सोचने का मौका मिला है कि ब्राउज़र असल में क्या कर सकते हैं।”
इस लॉन्च के कुछ ही घंटों में Alphabet के शेयरों में 4.8% की गिरावट आई।
हालांकि दिन के अंत में थोड़ी रिकवरी हुई और शेयर 2.4% टूटकर 250.46 डॉलर पर बंद हुआ।
गूगल की मार्केट वैल्यू में 150 अरब डॉलर की गिरावट
OpenAI के इस कदम से गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet की मार्केट वैल्यू में एक ही दिन में करीब
150 अरब डॉलर (13,188 अरब रुपये) की गिरावट दर्ज की गई।
हालांकि Alphabet की मौजूदा मार्केट कैप 3.05 ट्रिलियन डॉलर के करीब है, लेकिन यह गिरावट निवेशकों के बीच
AI प्रतिस्पर्धा को लेकर बढ़ती चिंता को दिखाती है।
क्यों खास है ChatGPT Atlas?
यह पहला AI ब्राउज़र है जो सर्च और चैट दोनों को एक साथ जोड़ता है।
किसी भी वेबसाइट पर रहते हुए आप ChatGPT से सीधे सवाल कर सकते हैं।
यह यूज़र एक्सपीरियंस को 10x तेज़ और स्मार्ट बनाने का दावा करता है।
AI Summarization, Smart Search, और Real-Time Context Chat इसकी मुख्य विशेषताएं हैं।
क्या Atlas बन सकता है Google Chrome का विकल्प?
टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि OpenAI का यह कदम AI सर्च मार्केट में Google के दबदबे को चुनौती दे सकता है।
अब तक गूगल का सर्च इंजन इस क्षेत्र में बेजोड़ रहा है, लेकिन Atlas जैसी टेक्नोलॉजी अगर यूज़र्स के बीच लोकप्रिय होती है,
तो यह सर्च इंजन इंडस्ट्री में क्रांति ला सकती है।
