
Virat Kohli ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की इच्छा जताई, BCCI ने दोबारा सोचने को कहा
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज़ विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की मंशा जाहिर कर दी है। इस संबंध में उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को सूचित कर दिया है। हालांकि, बोर्ड ने कोहली से आग्रह किया है कि वे अपने फैसले पर पुनर्विचार करें।
इससे एक दिन पहले ही भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सोशल मीडिया के ज़रिए अपने टेस्ट करियर को अलविदा कहने की घोषणा की थी।
हालिया प्रदर्शन बना कारण?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान कोहली का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। उन्होंने इस सीरीज़ में 23.75 की औसत से रन बनाए और 8 में से 7 बार ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंदों पर आउट हुए। कुल मिलाकर कोहली ने 9 पारियों में 190 रन बनाए, जिसमें एक नाबाद शतक शामिल था।
पिछले 5 वर्षों के आंकड़ों पर नज़र डालें तो विराट ने 37 टेस्ट मैचों में केवल 3 शतक लगाए हैं और उनका औसत 35 से नीचे चला गया है। इससे पहले वे टी-20 अंतरराष्ट्रीय से भी संन्यास ले चुके हैं। हालांकि, IPL 2025 में उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। कोहली ने 11 मुकाबलों में 505 रन बनाए हैं।
टेस्ट करियर में बनाए 9,000+ रन
36 वर्षीय कोहली ने अब तक 123 टेस्ट मैच खेले हैं और कुल 9,230 रन बनाए हैं। इसमें उनके नाम 30 शतक और 31 अर्धशतक दर्ज हैं। टेस्ट में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वाधिक 9 शतक बनाए हैं, जबकि बांग्लादेश के खिलाफ सबसे कम केवल 2 शतक हैं।
टेस्ट क्रिकेट में कोहली की कप्तानी
जब बात टेस्ट कप्तानी की होती है तो विराट कोहली का नाम शीर्ष पर आता है। रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी ने भले ही भारत को ICC ट्रॉफी दिलाई हो, लेकिन टेस्ट फॉर्मेट में कोहली की कप्तानी का रिकॉर्ड कहीं ज़्यादा प्रभावशाली है।
कोहली ने घरेलू मैदान पर भारत की कप्तानी करते हुए एक भी टेस्ट सीरीज़ नहीं हारी। उन्होंने भारत में 11 टेस्ट सीरीज़ में टीम की कमान संभाली और सभी सीरीज़ जीतीं। उनकी कप्तानी की शुरुआत 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुई थी, जहां भारत ने 4 मैचों की सीरीज़ 3-0 से जीती।
उनकी आक्रामक कप्तानी और अश्विन-जडेजा जैसे स्पिनर्स के सहयोग से टीम ने घरेलू टेस्ट क्रिकेट में दबदबा कायम रखा।
कप्तानी में 7 दोहरे शतक
कोहली न सिर्फ कप्तानी में बल्कि बल्लेबाज़ी में भी चमके। उनकी कप्तानी में उन्होंने रिकॉर्ड 7 दोहरे शतक लगाए। 2014 में इंग्लैंड दौरा उनके लिए चुनौतीपूर्ण रहा था, लेकिन 2018 में उन्होंने शानदार वापसी करते हुए उस सीरीज़ में सबसे ज़्यादा रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कोहली ने बार-बार खुद को साबित किया है, वहीं दक्षिण अफ्रीका में भी उन्होंने सेंचुरी लगाकर आलोचकों को जवाब दिया। इन उपलब्धियों के चलते उन्हें ICC ने 2020 में “दशक का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर” घोषित किया था।
BCCI ने दिया संयमित जवाब
कोहली की संन्यास की मंशा की खबर के बाद BCCI ने उन्हें यह फैसला दोबारा सोचने की सलाह दी है। बोर्ड का मानना है कि विराट के अनुभव और नेतृत्व की टीम को अब भी ज़रूरत है, खासकर टेस्ट क्रिकेट जैसे पारंपरिक फॉर्मेट में।
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