
Vijay Mallya podcast: विजय माल्या बोले – “मैं चोर नहीं हूं, भगोड़ा कहे जाना गलत है”
लंदन में बसे कारोबारी विजय माल्या ने यूट्यूबर राज शमानी के पॉडकास्ट में खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा, “मैं 2 मार्च 2016 को जेनेवा में FIA मीटिंग में शामिल होने जा रहा था। मैंने तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली को इसकी जानकारी दी थी। पासपोर्ट रद्द होने से मैं लंदन में फंस गया। यह कोई भागने की साजिश नहीं थी। मैं चोर नहीं हूं।”
बैंक लोन विवाद और किंगफिशर की गिरावट
माल्या ने बताया कि बैंकों से उन्होंने 6200 करोड़ का लोन लिया था, जो ब्याज और चार्जेज मिलाकर करीब 9000 करोड़ हुआ। इसके विपरीत, बैंकों ने उनकी संपत्तियों की नीलामी से लगभग 14,000 करोड़ वसूल कर लिए। IDBI बैंक से 900 करोड़ के डिफॉल्ट का केस भी उन पर है।
विजय माल्या का सफर और करियर की शुरुआत
उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत को याद करते हुए बताया कि कोलकाता में जन्म हुआ और सख्त अनुशासन में परवरिश हुई। सेंट जेवियर्स कॉलेज से पढ़ाई कर 400 रुपये की तनख्वाह पर UB ग्रुप में ट्रेनी बने और 18 की उम्र में पहली कंपनी के CEO।
27 साल की उम्र में पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने पूरा ग्रुप संभाला। किंगफिशर बियर और मैकडॉवेल्स व्हिस्की को नंबर 1 ब्रांड बनाया। बर्जर पेंट्स को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया और मुनाफे में बेचा।
किंगफिशर एयरलाइंस का उदय और पतन

2005 में अपने बेटे सिद्धार्थ के 18वें जन्मदिन पर किंगफिशर एयरलाइंस शुरू की। 2008 तक देश की सबसे बड़ी एयरलाइन बन गई थी। फिर ग्लोबल आर्थिक संकट, एविएशन फ्यूल की कीमतें और सरकार की नीतियों ने कंपनी को गिरा दिया।
उनका कहना है कि तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने एयरलाइन बंद करने की इजाजत नहीं दी और नौकरियों की बात कहकर दबाव डाला।
सरकार ने विदेशी निवेश की अनुमति नहीं दी। एतिहाद से समझौता तय था, लेकिन मंजूरी नहीं मिली। यही गलती Jet Airways के मामले में नहीं की गई।
कर्मचारियों की सैलरी और जन्मदिन की पार्टी
वह कहते हैं, “कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिलने का मुझे अफसोस है। पैसे कोर्ट में जमा थे, लेकिन इजाजत नहीं मिली। मैं हर संभव प्रयास कर रहा था, लेकिन फ्रीज संपत्ति की वजह से कुछ कर नहीं सका।”
60वें जन्मदिन की पार्टी पर विवाद को लेकर कहा कि एयरलाइन 2012 में बंद हुई थी और पार्टी 2015 में दी गई। “मैं तीन साल से कुछ कर नहीं पाया, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैंने खुशी मनाई।”
बैंक रिकवरी और सरकारी कार्रवाई पर सवाल
माल्या ने बताया कि उन्होंने चार बार बैंकों को सेटलमेंट ऑफर दिया, जिसमें 5000 करोड़ देने की पेशकश थी। लेकिन बैंकों ने उसे ठुकरा दिया और अंत में 14,000 करोड़ की संपत्ति जब्त की।
उन्होंने DRT के सर्टिफिकेट का हवाला देते हुए कहा कि उनका कर्ज 6,203 करोड़ था। “बैंकों ने कभी कोई अकाउंट स्टेटमेंट नहीं दिया। कौन सी संपत्ति बेची, मुझे नहीं बताया गया।”
ED और CBI के आरोपों पर सफाई
ED ने 3,547 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया, जिसे माल्या खारिज करते हैं। “एयरलाइन का 50% खर्च विदेशी मुद्रा में था। इसे मनी लॉन्ड्रिंग कहना समझ से परे है।”
IDBI का 900 करोड़ रुपये का लोन भी चुका दिया गया है।
“भगोड़ा” कहे जाने पर आपत्ति
उन्होने बताया कि वे 1988 से इंग्लैंड में रह रहे हैं और 1992 से उनके पास ILR है। उन्होंने अरुण जेटली से लंदन जाने की अनुमति मांगी थी और FIA की मीटिंग में शामिल होने जा रहे थे।
“CBI के सामने पेश हो चुका था, ED को भी पत्र लिखा था। लेकिन पासपोर्ट रद्द हो गया और मैं लंदन में ही रुक गया।”
भारत में कारोबार की चुनौतियां
भारत में कारोबार को लेकर कहा कि “29 राज्यों के अलग-अलग नियम और नौकरशाही सबसे बड़ी बाधा हैं। नेताओं को चुनाव में शराब चाहिए होती थी, मैंने शराब दी लेकिन रिश्वत नहीं।”
वर्तमान जीवन और भविष्य की योजनाएं
माल्या ने बताया कि वह लंदन में छह कुत्तों के साथ रहते हैं, कारें सुधारते हैं और अपने ऑफिस से बिजनेस पर नजर रखते हैं। “न्याय मिले तो भारत लौटूंगा। जेल भी हुई तो सामना करूंगा।”
अपनी विरासत और आस्था
“मैं चाहता हूं कि लोग मुझे मेरे कार्यों से पहचानें, न कि एक भगोड़े के रूप में। मैंने सबरीमाला और तिरुपति में सोना दान किया है। अगर भगवान की मर्जी है कि ये समय आए, तो मैं उसे स्वीकार करता हूं।”
नोट: यह लेख राज शमानी के पॉडकास्ट पर आधारित है। इसमें व्यक्त किए गए विचार विजय माल्या के निजी हैं। इन दावों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं की गई है।
नगरी में दर्दनाक सड़क हादसा: मां और बेटे की मौके पर मौत, गांव में शोक की लहर
नगरी के 16 वर्षीय युवक की समुद्र में डूबने से मौत, उड़ीसा के पुरी में हुआ हादसा