UP Police Stops Ikra Hasan-
समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा हसन ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश में ‘‘अघोषित आपातकाल’’ लागू है। शनिवार को पुलिस ने उन्हें और सपा नेताओं को हिंसा प्रभावित बरेली का दौरा करने से रोक दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।
🔸 बरेली में तनाव का माहौल
बरेली के कोतवाली इलाके में 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी।
पुलिस ने प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन ‘आई लव मुहम्मद’ पोस्टर लिए लोगों की भीड़ जुटी। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई, जिसमें कई लोग घायल हुए।
🔸 इकरा हसन बोलीं — “हमें बिना कारण रोका गया”
कैराना से सपा सांसद इकरा हसन ने कहा,
“मैं उत्तर प्रदेश की निवासी हूं और वहां से निर्वाचित जनप्रतिनिधि हूं। हमने बरेली में हुई घटनाओं के बारे में सुना और वहां जाकर लोगों से मिलना चाहते थे। लेकिन हमें रोका गया।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें किसी प्रकार की लिखित नोटिस या प्रतिबंध आदेश नहीं दिखाया गया।
“ऐसा कोई कानून नहीं है जो हमें देश में स्वतंत्र रूप से घूमने से रोक सके। इसलिए यह स्थिति अघोषित आपातकाल जैसी है।”
🔸 “हम पीछे नहीं हटेंगे” — सपा सांसद का ऐलान
इकरा हसन ने कहा कि सपा नेता जल्द ही दोबारा बरेली जाएंगे।
“हम पीछे नहीं हटेंगे। आज नहीं तो कल, या दस दिन में सही — हम वहां जाएंगे और इस सरकार के एजेंडे का पर्दाफाश करेंगे।”
📰 पृष्ठभूमि: क्या है बरेली हिंसा मामला
26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद पुलिस और भीड़ के बीच मस्जिद के बाहर झड़प हो गई थी।
प्रशासन ने एहतियातन भारी पुलिस बल तैनात किया है और कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से निलंबित की गई थी।
