
Tree Plantation In Nagri College -नगरी कॉलेज में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत 10 से अधिक पौधों का रोपण
नगरी। शासकीय सुखराम नागे महाविद्यालय, नगरी में 26 जुलाई को राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत भव्य पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और समाज में हरित अभियान के प्रति जागरूकता फैलाना रहा।
कार्यक्रम के दौरान कॉलेज परिसर में 10 से अधिक छायादार और फलदार पौधे लगाए गए। इनमें 3 अमरूद, 3 कलमी आम, 2 बेल तथा अनेक फूलदार पौधे शामिल थे। सभी उपस्थित छात्रों और अतिथियों ने पौधों की नियमित देखभाल का संकल्प लिया।
मुख्य अतिथि बलदेव राम नेताम थे, वहीं विशिष्ट अतिथियों में बीएसपी डीएस नेताम, आर्मी ऑफिसर दयाराम सार्वा, गोरेगांव से आए सीआरपीएफ प्रतिनिधि, घुरावड़ सरपंच महेश राम नेताम, तथा भुरसीडोंगरी सरपंच लीलंबर नागवंशी उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने स्वयं पौधरोपण कर हरियाली और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. मनदीप खालसा ने की। उन्होंने कहा, “पेड़ न केवल धरती को हरा-भरा बनाते हैं, बल्कि जीवनदायिनी ऑक्सीजन का स्रोत भी हैं। हर व्यक्ति को जीवन में कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए।”
इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकगण डॉ. अश्वनी ध्रुव, राजाराम मेहरा, डॉ. दीपा देवांगन, मोहित कुमार, लालमन बेरवंश, डॉ. कविता, डॉ. ममता सौरज, डॉ. खेमचंद, प्रमोद चौरे, उर्वशी साहू, डॉ. वेणु साहू, सौरभ पांडे, डिलेश्वरी पटेल, नेहा राजन, अविरल तिवारी, मनोज बारले, मो. अब्बास मेमन तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि बलदेव राम नेताम ने संबोधित करते हुए कहा, “पेड़ हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं। यदि हम आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देना चाहते हैं, तो पेड़ों को अपने जीवन का मित्र बनाना होगा। केवल पौधा लगाना ही पर्याप्त नहीं, उसका पालन-पोषण करके उसे वृक्ष बनाना भी जरूरी है।”
विशिष्ट अतिथि दयाराम सार्वा ने अपने वक्तव्य में कहा, “प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता आज की सबसे बड़ी जरूरत है। पौधरोपण केवल एक दिन का काम नहीं, यह निरंतर चलने वाला एक अभियान है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है।”
कार्यक्रम का समापन पर्यावरणीय संकल्प के साथ किया गया, जिसमें सभी उपस्थित लोगों ने भविष्य में अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनके संरक्षण का वचन लिया।
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