
Telangana Chemical Factory Blast: मौत का आंकड़ा पहुंचा 34, सिगाची इंडस्ट्रीज की रिएक्टर यूनिट में हुआ था भयानक धमाका
संगारेड्डी (तेलंगाना) |
तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज की केमिकल फैक्ट्री में हुए विस्फोट में अब तक 34 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हादसे में 31 शव फैक्ट्री मलबे से बरामद किए गए हैं जबकि 3 अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
घटना के बाद से 30 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। धमाका इतना जबरदस्त था कि मजदूर 100 मीटर दूर तक जा गिरे, फैक्ट्री की रिएक्टर यूनिट पूरी तरह तबाह हो गई।
धमाके की टाइमलाइन: कैसे हुआ हादसा
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तारीख: 30 जून 2025
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समय: सुबह 8:15 से 9:30 बजे के बीच
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स्थान: पाशमिलारम इंडस्ट्रियल एरिया, संगारेड्डी, तेलंगाना
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फैक्ट्री: सिगाची इंडस्ट्रीज (Sigachi Industries)
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घटना: रिएक्टर यूनिट में जबरदस्त ब्लास्ट
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट की गूंज दूर तक सुनाई दी। मजदूरों के शरीर बुरी तरह झुलस गए और आसपास की इमारतें भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं।

सरकारी प्रतिक्रिया: मुआवजे की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए PM नेशनल रिलीफ फंड से सहायता राशि की घोषणा की:
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मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख
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घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता
पीड़ित परिवारों की आपबीती

एक मजदूर की पत्नी ने बताया कि उनके चार परिजन फैक्ट्री में कार्यरत थे – बेटा, दामाद, जेठ और देवर। तीनों सुबह की शिफ्ट में मौजूद थे जब हादसा हुआ।
एक अन्य कर्मचारी ने बताया, “शिफ्ट शुरू होते ही मोबाइल जमा करवा लिया जाता है, इसलिए ब्लास्ट के बाद अंदर क्या हुआ, इसकी सूचना तुरंत नहीं मिल पाई।”
सिगाची इंडस्ट्रीज: प्रोफाइल और असर
सिगाची इंडस्ट्रीज फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री के लिए माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज (MCC) बनाती है, जो कि गंधहीन और स्वादहीन सफेद पाउडर होता है। इसका उपयोग दवा, सौंदर्य प्रसाधन और हेल्थ सप्लीमेंट्स में होता है।
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स्थापना: वर्ष 1989
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फैक्ट्रियां: भारत में कुल 5 यूनिट्स
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एक्सपोर्ट: 65 देशों में उत्पादों की आपूर्ति
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हैदराबाद मुख्यालय
🔻 स्टॉक मार्केट पर असर:
ब्लास्ट के बाद Bombay Stock Exchange (BSE) में कंपनी के शेयर में 9.89% की गिरावट आई। शेयर ₹49.72 पर ट्रेड कर रहा था।
जांच और कार्रवाई जारी
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जांच एजेंसियां हादसे के कारणों की पड़ताल में जुटी हैं।
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फैक्ट्री प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं।
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स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग ने राहत-बचाव कार्य जारी रखा है।
निष्कर्ष:
संगारेड्डी का यह भीषण औद्योगिक हादसा न केवल मानव क्षति का बड़ा उदाहरण है, बल्कि उद्योगों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट और प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं।
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