Stock Market Sharp Decline: भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछला हफ्ता (22 से 26 सितंबर 2025) बेहद निराशाजनक साबित हुआ। महज 5 दिनों में निवेशकों को 16 लाख करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। अकेले शुक्रवार को ही करीब 7 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
सेंसेक्स शुक्रवार को 733.22 अंक या 0.90% टूटकर 80,426.46 पर बंद हुआ।
वहीं निफ्टी 50 भी 236.15 अंक या 0.95% गिरकर 24,654.70 पर बंद हुआ।
हफ्ते भर में सेंसेक्स में लगभग 2,587 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
क्यों आई शेयर बाजार में गिरावट?
1. IT शेयरों पर डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा की फीस बढ़ाने का ऐलान किया।
इसका सीधा असर भारतीय IT कंपनियों पर पड़ा।
नतीजा— निफ्टी IT इंडेक्स 8% नीचे चला गया।
TCS, HCLTech, Infosys जैसे दिग्गज शेयर लगातार छठे दिन गिरे।
सिर्फ IT सेक्टर से ही मार्केट कैप में 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
2. फार्मा सेक्टर पर दबाव
ट्रंप ने 1 अक्टूबर से ब्रांडेड और पेटेंट दवाओं के आयात पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की।
इसके चलते सन फार्मा, ल्यूपिन, अरबिंदो फार्मा, ग्लैंड फार्मा, सिप्ला जैसी कंपनियों के शेयर 10% तक टूटे।
डर इस बात का भी है कि टैरिफ के दायरे में जेनेरिक दवाइयां भी आ सकती हैं, जिससे बड़ी भारतीय फार्मा कंपनियों पर असर होगा।
कई दवा कंपनियों के शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गए।
3. विदेशी और घरेलू निवेशकों की बिकवाली
शुक्रवार को विदेशी निवेशकों (FII) ने ₹16,057 करोड़ के शेयर बेचे। घरेलू निवेशकों (DII) ने भी ₹11,464 करोड़ की बिकवाली की। भारी बिकवाली ने बाजार को और नीचे खींच दिया।
4. बैंकिंग सेक्टर का कमजोर प्रदर्शन
बीते दिनों निफ्टी में आई तेजी में सबसे बड़ा योगदान निफ्टी बैंक का था। लेकिन पिछले हफ्ते निफ्टी बैंक 55,700 का लेवल नहीं पकड़ पाया और सपोर्ट जोन 54,500 से भी नीचे चला गया। इसका दबाव सीधा निफ्टी पर दिखा।
5. रुपये की कमजोरी
डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हुआ और ₹88 के करीब कारोबार करता दिखा। रुपये की गिरावट ने निवेशकों की चिंता और बढ़ा दी।
आगे क्या होगा?
1 अक्टूबर से ऑटो सेक्टर की बिक्री के आंकड़े जारी होंगे।
अगले हफ्ते RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक होने वाली है, जिसमें रेपो रेट पर अपडेट मिलेगा।
9 अक्टूबर को TCS के तिमाही नतीजे आने से कॉरपोरेट अर्निंग सीजन की शुरुआत होगी।
छोटा हफ्ता होने के कारण (गुरुवार को छुट्टी) वॉल्यूम पर भी असर दिख सकता है।
⚠️ डिस्क्लेमर
यहां दी गई जानकारी सिर्फ़ शैक्षिक और सूचना उद्देश्य से है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। किसी भी निवेश निर्णय से पहले वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें। cginsidenews.com निवेश की कोई सिफारिश नहीं करता।
