
Snake Bite Treatment
Snake Bite Treatment -सांप काटने पर झाड़-फूंक नहीं, सीधे अस्पताल जाएं: स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी, सरकारी इलाज पूरी तरह मुफ्त
रायपुर | 5 जुलाई 2025 — मानसून के साथ ही सर्पदंश (Snake Bite) के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने एक अहम एडवाइजरी जारी की है। विभाग ने झाड़-फूंक और ओझा-तंत्र में समय बर्बाद ना करने की अपील की है और सरकारी अस्पतालों में निशुल्क इलाज के लिए लोगों को जागरूक किया है।
सांप काटे तो झाड़-फूंक नहीं, अस्पताल जाएं
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स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सर्पदंश का इलाज केवल एंटीवेनम इंजेक्शन से ही संभव है।
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ओझा-तंत्र, झाड़-फूंक या घरेलू इलाज में समय गंवाना जानलेवा हो सकता है।
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अधिकांश मौतें देरी से इलाज मिलने के कारण होती हैं।
अस्पताल में कैसे मिलता है इलाज?
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सरकारी अस्पतालों में एंटीवेनम की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है
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सर्पदंश पीड़ित को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं
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प्राथमिक उपचार के रूप में घायल अंग को स्थिर रखें और दिल के लेवल से नीचे रखें
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कड़े कपड़े या गहने तुरंत हटा दें, जिससे सूजन या ब्लॉकेज ना हो
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4 घंटे के भीतर एंटीवेनम लगवाना जरूरी
सांप काटने पर क्या न करें?
🚫 झाड़-फूंक या घरेलू उपाय पर भरोसा न करें
🚫 कटे अंग को न हिलाएं
🚫 शरीर को कसकर न बांधें
🚫 घबराएं नहीं, शांत रहें और जल्द से जल्द अस्पताल जाएं
मानसून में क्यों बढ़ते हैं सर्पदंश के मामले?
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बारिश के कारण सांपों के बिलों में पानी भर जाता है
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सूखी और गर्म जगह की तलाश में सांप घर, दुकान और खेतों में घुस आते हैं
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खुले में भोजन सामग्री या अनाज रखने से चूहे आते हैं, जिससे सांप भी आते हैं
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लाइट की रोशनी में आने वाले कीड़ों को शिकार बनाने के लिए सांप घरों की ओर बढ़ते हैं
ऐसे बचें सर्पदंश से:
✅ रात में बाहर निकलते समय टॉर्च साथ रखें
✅ जूते पहनकर चलें, खासकर खेतों या गीली ज़मीन पर
✅ झाड़ियों, गड्ढों, पत्थरों और लकड़ी के ढेर से दूर रहें
✅ सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
✅ दरवाजों-खिड़कियों पर जाली और डोर स्वीप्स लगवाएं
✅ चलते समय लकड़ी से हल्की ठक-ठक करते रहें, जिससे सांप भाग जाए
भारत में सबसे ज़हरीले सांप
सांप का नाम | ज़हर का प्रकार | प्रभाव |
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कोबरा | न्यूरोटॉक्सिक | श्वसन प्रणाली बंद कर देता है |
करैत | न्यूरोटॉक्सिक | स्नायुओं को निष्क्रिय करता है |
रसेल वाइपर | हीमोटॉक्सिक | खून जमाता है, ब्लीडिंग होती है |
सॉ स्केल्ड वाइपर | सेल डैमेजिंग | अंगों को सड़ा सकता है |
भारत में सर्पदंश के आंकड़े:
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30-40 लाख लोग हर साल भारत में सांप के काटने का शिकार होते हैं
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इनमें से 50,000 से अधिक की मौत हो जाती है
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सिर्फ 30% पीड़ित ही अस्पताल तक पहुंच पाते हैं
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सबसे ज्यादा केस मानसून सीजन में सामने आते हैं
सर्पदंश के लक्षण
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दो फेंग्स के निशान
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सूजन, तेज दर्द
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ब्लड प्रेशर गिरना
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सांस लेने में परेशानी
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मांसपेशियों में जकड़न
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आंखों की रोशनी धुंधली होना
प्राथमिक उपचार के 5 स्टेप्स
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पीड़ित को शांत रखें और ज्यादा हिलने न दें
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कटे हिस्से को हृदय के स्तर से नीचे रखें
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कसाव वाली चीजें जैसे अंगूठी, घड़ी, कड़ा हटा दें
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ज़ख्म पर बर्फ या कटी चीजें न लगाएं
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तुरंत अस्पताल पहुंचाएं और डॉक्टर से एंटीवेनम इंजेक्शन लगवाएं
स्वास्थ्य विभाग की अपील:
“ओझा-तंत्र में ना पड़ें, समय पर सही इलाज ही जीवन बचा सकता है। सरकारी अस्पतालों में एंटीवेनम पूरी तरह मुफ्त उपलब्ध है। सर्पदंश को हल्के में न लें।”
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