
Raipur Suitcase Murder Case: सीसीटीवी फुटेज और ट्रंक ने खोले गहरे राज; दिल्ली में पकड़े गए हत्यारे, जानें हत्या की वजह
Raipur suitcase Murder Case: रायपुर के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में 23 जून को हुए सनसनीखेज सूटकेस मर्डर केस में रायपुर एसएसपी लाल उमेद सिंह ने बड़ा खुलासा किया है। हत्या के इस मामले में आरोपी दंपती अंकित उपाध्याय और शिवानी शर्मा को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों फ्लाइट से दिल्ली भाग गए थे। दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ ने उन्हें हिरासत में लिया और रायपुर पुलिस की टीम उन्हें लेने दिल्ली रवाना हुई। दोनों आरोपी रिटायर्ड एएसआई के बहू-बेटे हैं।

पुलिस को शक है कि इस हत्या में चार से पांच लोग शामिल हो सकते हैं। आरोपी पेशे से वकील हैं और हत्या के पीछे पैसे के लेन-देन की वजह मानी जा रही है। मृतक की पहचान किशोर पैकरा के रूप में हुई है। आरोपी इंद्रप्रस्थ फेस-टू में किराए के मकान में रह रहे थे। योजना के तहत हत्या कर फ्लाइट से फरार हो गए।
सीसीटीवी फुटेज से खुला राज पहले सीसीटीवी फुटेज में एक आल्टो कार (CG04 B 7700) इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के गेट नंबर-1 से गुजरती दिख रही है। कार की डिक्की में टीन का ट्रंक रखा है और पीछे एक महिला सफेद मोपेड से आती है। दूसरे फुटेज में आरोपी दंपती स्कूटी पर गोलबाजार पहुंचकर शब्बीर नामक व्यक्ति की दुकान से ट्रंक खरीदते नजर आते हैं।
ट्रंक की मॉर्किंग बनी सुराग पुलिस को ट्रंक पर ‘हब्बू भाई’ की मार्किंग मिली जिससे गोलबाजार की शब्बीर स्टील ट्रंक फैक्ट्री तक पहुंचना संभव हुआ। दुकानदार ने बताया कि कुछ दिन पहले एक पुरुष और महिला ने ट्रंक खरीदा था।

फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, शव को जिस तरह से सीमेंट के प्लास्टर में पैक किया गया था वह पूर्व नियोजित हत्या का प्रमाण है। मृतक किशोर का धारदार हथियार से गला रेतकर कत्ल किया गया था।
मेरठ जैसी वारदात, सीमेंट में बंद शव सोमवार सुबह रायपुर में मेरठ जैसी वारदात को अंजाम दिया गया। युवक की गला रेत कर हत्या की गई, फिर शव को सूटकेस में भरकर सीमेंट का प्लास्टर कर दिया गया। CCTV में आरोपी पति-पत्नी शव को ठिकाने लगाते दिखे।

घटना डीडी नगर थाना क्षेत्र के रायपुरा की है। कार में ट्रंक लोड कर उसे इंद्रप्रस्थ कॉलोनी के सुनसान इलाके में फेंका गया। अल्टो कार में सेंट्रो की फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई थी। सामने की नंबर प्लेट CG04 B-7700 थी और पीछे की प्लेट टूटी हुई मिली।
ट्रंक की दुर्गंध से खुला मामला दोपहर तक इलाके में तेज दुर्गंध फैलने लगी थी। लोग झाड़ियों की ओर देखने पहुंचे तो ट्रंक मिला, जिससे सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने जब ट्रंक खुलवाया तो सूटकेस में शव भरा मिला जो सूटकेस फाड़कर बाहर निकल रहा था। शव को मोड़कर, हाथ-पांव बांधकर ठूंसा गया था।

इंद्रप्रस्थ कॉलोनी की सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि आरोपी सुबह 9:30 बजे ट्रंक फेंकने आए थे। जिस गाड़ी से लाश लाई गई, उसका नंबर 2005 मॉडल की सेंट्रो कार का निकला। यह नंबर विजय भूषण के नाम पर पंजीकृत है।

फोरेंसिक जांच में स्पष्ट हुआ कि गला धारदार हथियार से रेता गया था। शव की स्थिति देखकर अनुमान लगाया गया कि उसे पूरी तरह मोड़कर सूटकेस में डाला गया था।
पुलिस द्वारा आसपास के CCTV फुटेज और लापता युवकों की सूची से शव की पहचान की कोशिश की जा रही है। इलाके में दहशत का माहौल है।
प्रदेश में बढ़ता अपराध पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने मौके पर पहुंचकर कहा कि प्रदेश में अपराध तेजी से बढ़ रहा है। बीजेपी सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री केवल दावे करते हैं, लेकिन कोई भी सुरक्षित नहीं है।
यूपी की घटना से मिलती-जुलती मेरठ में मार्च में युवती ने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या कर दी थी और शव को ड्रम में डालकर सीमेंट से भर दिया था। लाश को घर में छिपाया गया था जिसे निकालने में पुलिस को दो घंटे लगे थे।
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