Raipur Durga Pandal 2025: राजधानी रायपुर में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 22 सितंबर से हो रही है। दुर्गा पूजा समितियों में खासा उत्साह है और इस बार पंडालों की भव्यता देखने लायक होगी। माना कैंप, माना बाजार और डब्ल्यूआरएस कॉलोनी सहित शहर के कई इलाकों में विशाल और थीम-आधारित पंडाल तैयार हो रहे हैं। वहीं शहर की सबसे पुरानी कालीबाड़ी चौक स्थित कालीबाड़ी में लगातार 93वें साल दुर्गोत्सव की धूम रहेगी।
माना कैंप: अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर 70 फीट ऊंचा पंडाल
समितियां भी हर साल नई-नई थीम पर पंडाल सजाकर प्रदेशभर में चर्चा में रहती हैं। माना कैंप में 1964 से पूजा की शुरुआत हुई, इस साल यहां अक्षरधाम की तर्ज पर 70 फीट ऊंचा पंडाल तैयार किया जा रहा है। इससे थोड़ी ही दूर पर माना बाजार, जहां 51वें साल पूजा होगी। यहां कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर की तर्ज पर 50 फीट पंडाल बनाया जा रहा है।
माना बाजार: दक्षिणेश्वर काली मंदिर की तर्ज पर पंडाल

इस साल का 51वां वर्ष
थीम: कोलकाता का दक्षिणेश्वर काली मंदिर
ऊंचाई: 50 फीट
बजट: ₹25 लाख
विशेष: 20 कारीगर डेढ़ महीने से काम में जुटे हैं।
दर्शन: 27 सितंबर से।
डब्ल्यूआरएस कॉलोनी: बिलासपुर हाईकोर्ट जैसी भव्यता
थीम: बिलासपुर हाईकोर्ट
ऊंचाई: 45 फीट
खासियत: पंडाल के अंदर माता का राजदरबार सजाया जाएगा, जहां भगवान शिव के साथ माता दुर्गा सिंहासन पर विराजेंगी।
आयोजक: श्री श्री दुर्गा एवं लक्ष्मी पूजा समिति।
कालीबाड़ी चौक: 93वां दुर्गोत्सव
राजधानी रायपुर का सबसे पुराना दुर्गा पूजा स्थल।
लगातार 93वें साल दुर्गोत्सव का आयोजन।
यहां की पूजा में पारंपरिक अनुष्ठानों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहती है।
अन्य प्रमुख स्थान
पंडरी सिटी महा कालीबाड़ी
शिवानंदनगर
टाटीबंध
गुढ़ियारी
भानपुरी कालीबाड़ी
इन सभी स्थानों पर पंडाल का ढांचा बांस से तैयार कर लिया गया है और सजावट का काम तेजी से चल रहा है।
निष्कर्ष
इस बार रायपुर की दुर्गा पूजा खास होगी। कहीं अक्षरधाम और दक्षिणेश्वर काली मंदिर जैसी थीम, तो कहीं बिलासपुर हाईकोर्ट की भव्य झलक देखने को मिलेगी। श्रद्धालुओं को 27 सितंबर से पूरे शहर में माता के भव्य दर्शन का अवसर मिलेगा।
