President Draupadi Murmu Chhattisgarh Visit-
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आठ महीने के भीतर दूसरी बार छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रही हैं। वे सोमवार को अंबिकापुर में भगवान बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर आयोजित प्रदेश स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगी।
इस दौरान राष्ट्रपति प्रदेश में वैद्यों और देवस्थलों से जुड़ी दो नई योजनाओं का शुभारंभ भी कर सकती हैं। इनमें से एक योजना पारंपरिक पद्धति से उपचार करने वाले वैद्यों को मजबूत करने पर केंद्रित है।
अंबिकापुर में जनजातीय गौरव दिवस समारोह

राष्ट्रपति मुर्मू सुबह 11 बजे वायुसेना के हेलिकॉप्टर से अंबिकापुर पहुंचेंगी और पीजी कॉलेज मैदान में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल रामेन डेका करेंगे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओरांव, राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके और तोखन साहू भी मौजूद रहेंगे।
इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू विधानसभा के रजत जयंती समारोह के अवसर पर रायपुर आई थीं।
ग्राम अखरा विकास योजना का शुभारंभ
अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रपति ‘मुख्यमंत्री जनजातीय ग्राम अखरा विकास योजना’ की शुरुआत करेंगी।
इसके अलावा:
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जनजातीय प्रमुखों का सम्मान
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जनजातीय विकास प्रदर्शनी
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क्राफ्ट मेला
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स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और जनजातीय विद्रोहों के नायकों के परिवारों का सम्मान
भी कार्यक्रम का हिस्सा होंगे।
सरगुजा आने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति मुर्मू सरगुजा का दौरा करने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति बनेंगी।
इससे पहले वर्ष 1952 में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजendra प्रसाद अविभाजित सरगुजा आए थे।
डॉ. प्रसाद ने अपने दौरे के दौरान पंडोनगर में एक 6 वर्षीय पंडो बच्चे को गोद में उठाकर उसे ‘बसंत’ नाम दिया था।
राष्ट्रपति मुर्मू इस ऐतिहासिक प्रसंग से जुड़े अब 80 वर्षीय बसंत पंडो से मुलाकात करेंगी।
नृत्य महोत्सव में उत्साह, विजेताओं को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित
जनजातीय गौरव दिवस के पहले दिन जनजातीय लोक नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया।
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए नर्तक दलों ने पारंपरिक जनजातीय नृत्य प्रस्तुत किए।
नृत्य महोत्सव के विजेताओं को राष्ट्रपति मुर्मू अपने हाथों से सम्मानित करेंगी।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, भारी वाहनों पर रोक

राष्ट्रपति के प्रवास को देखते हुए अंबिकापुर में सुरक्षा पुख्ता की गई है।
हेलीपैड और कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी के पास है, जबकि छत्तीसगढ़ के डीजीपी स्वयं अंबिकापुर में मौजूद हैं।
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एडीजी सहित 6 आईपीएस अधिकारी
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बड़ी संख्या में राजपत्रित अधिकारी
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करीब 2000 पुलिस जवान तैनात
शहर में सुबह 6 बजे से दोपहर 3 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
कुल 12 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं और कई इलाकों में बैरिकेडिंग की गई है।
इसके चलते पीजी कॉलेज, होलीक्रॉस कॉलेज समेत दर्जनभर से अधिक शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
