उद्घाटन के बाद नवा रायपुर-अभनपुर रेललाइन पर धंसा ट्रैक
PM मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए नवा रायपुर-अभनपुर रेलवे ट्रैक पर मात्र 20 दिन में ही धंसाव की घटना सामने आ गई है। ट्रैक के बकतास (अभनपुर) अंडरब्रिज के पास दोनों ओर बनाई गई बोल्डर पिचिंग बिना किसी बारिश के ही धंस गई।
बोल्डर पिचिंग का उद्देश्य मिट्टी के कटाव को रोकना होता है, लेकिन निर्माण में खामियों के चलते कटाव शुरू हो गया है, जिससे पटरी के धंसने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
बकतास अंडरब्रिज के पास निर्माण में खामियां
केंद्रीय रेलवे स्टेशन से अभनपुर तक जिन जगहों पर बोल्डर पिचिंग की गई, वहां निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया गया। सामान्यतः बोल्डर पिचिंग के दौरान पानी निकासी के लिए छोटे-छोटे पाइप डाले जाते हैं, लेकिन यहां पाइप नहीं डाले गए। इससे पानी जमाव की स्थिति बनी और मिट्टी कमजोर हो गई।
पीएम मोदी ने दिखाई थी हरी झंडी
30 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस रूट पर ट्रेन सेवा का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के बाद प्रतिदिन ट्रेनें दो फेरे लगा रही थीं।
22 मार्च को रेलवे के सुरक्षा आयुक्त ने रायपुर से अभनपुर के बीच 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रायल किया था। निरीक्षण के बाद ट्रेन संचालन के लिए हरी झंडी दी गई थी।
निर्माण में लापरवाही के कारण सामने आए खतरे
रेलवे ने इस परियोजना का कार्य ठेकेदार सुभाष अग्रवाल को सौंपा था। जांच में सामने आया कि पटरी के नीचे की फाउंडेशन का कंपेक्शन (मिट्टी को दबाकर मजबूत करना) सही तरीके से नहीं किया गया।
नियम के अनुसार, 250 से 500 एमएम मोटी लेयर बनाकर रोलिंग और ग्रेडिंग के बाद कंपेक्शन किया जाना चाहिए था। हर लेयर की भार क्षमता जांचने के बाद ही अगली लेयर डाली जाती है। लेकिन यहां एक-दो लेयर में ही 3-4 मीटर ऊंचा बेस तैयार कर दिया गया, जिससे भविष्य में बारिश के समय पटरी के बहने का खतरा बढ़ गया है।
जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया शुरू
बकतास (अभनपुर) अंडरब्रिज के पास बोल्डर पिचिंग धंसने का मुख्य कारण निर्माण मानकों का पालन न करना, पाइपिंग का अभाव और कमजोर फाउंडेशन रहा।
रेलवे प्रशासन ने निर्माण कार्य की जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ठेकेदार और निरीक्षण टीम की भूमिका की भी बारीकी से जांच की जा रही है।
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उद्घाटन के बाद नवा रायपुर-अभनपुर रेललाइन पर धंसा ट्रैक
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बकतास अंडरब्रिज के पास निर्माण में खामियां
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