
Bastar Naxal Issue- PM मोदी से बस्तर की चर्चा में CM साय ने रखी छत्तीसगढ़ की तस्वीर, बोले – बंदूकें छीनकर युवाओं को थमाई गेंद
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा और एनडीए शासित 19 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की बदलती तस्वीर पेश की। उन्होंने बताया कि किस तरह राज्य सरकार पुनर्वास, पर्यटन और खेल आयोजनों के माध्यम से नक्सल प्रभावित इलाकों में आम लोगों के जीवन में बदलाव ला रही है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा, “हमने बंदूकें छीनकर युवाओं के हाथों में गेंद थमाई है।” उन्होंने बस्तर ओलिंपिक और बस्तर पंडुम उत्सव का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल खेल या सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन बन चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस प्रयास की सराहना की और सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
नड्डा का बयान: नक्सलवाद से निपटने की नीति सफल
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि मुख्यमंत्री साय ने प्रभावी ढंग से यह बताया कि कैसे राज्य सरकार नक्सलवाद से जूझ रही है। उन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा की तारीफ की और कहा कि पुनर्वास की योजनाओं के कारण अब लोग मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।
बस्तर ओलिंपिक: खेलों के जरिए बदलाव की शुरुआत
बस्तर ओलिंपिक की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री साय ने बताया कि यह आयोजन अब सिर्फ प्रतियोगिता नहीं रहा, बल्कि बस्तर की सामाजिक चेतना का हिस्सा बन गया है। इस आयोजन में 7 जिलों के 32 विकासखंडों से करीब 1.65 लाख प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता तीन चरणों – विकासखंड, जिला और संभाग स्तर पर हुई।
चार श्रेणियों में — जूनियर, सीनियर, महिला और दिव्यांग — पुरस्कार दिए गए। इसमें पारंपरिक खेल जैसे तीरंदाजी, खो-खो, कबड्डी, दौड़ और रस्साकशी शामिल रहे।
बस्तर पंडुम: संस्कृति का उत्सव
बस्तर पंडुम उत्सव में 1,743 सांस्कृतिक दलों और 47 हजार प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ये प्रतिभागी 1,885 ग्राम पंचायतों से आए थे। इसमें लोकनृत्य, गीत-संगीत, हाट-बाजार और पारंपरिक व्यंजनों की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। यह आयोजन बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक को जोड़ते हुए बस्तर की सांस्कृतिक पहचान को नया आयाम दे रहा है।
राज्य सरकार ने इस आयोजन के लिए 2.4 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी, जिससे युवाओं और प्रतिभागियों को सीधा लाभ हुआ।
सुशासन और तकनीक से जुड़ा नया मॉडल
CM साय ने बताया कि राज्य में ‘सुशासन एवं अभिसरण विभाग’ के गठन के जरिए योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो रहा है। अटल मॉनिटरिंग पोर्टल जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए योजनाओं की निगरानी और शिकायतों का समयबद्ध समाधान संभव हुआ है।
जन कल्याणकारी योजनाओं की पहुंच
बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत और जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए ग्रामसभा, जनसंवाद और तकनीक के उपयोग की जानकारी दी। इससे इन योजनाओं का लाभ ग्रामीण और पिछड़े वर्गों तक सरलता से पहुंच पाया।
PM मोदी का फोकस: जातिगत जनगणना और ऑपरेशन सिंदूर
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में कहा कि जातिगत जनगणना समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भी चर्चा की और बताया कि कैसे देश स्वदेशी रक्षा तकनीक से आत्मनिर्भर हो रहा है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल को स्वदेशी तकनीक से नष्ट किया।
प्रस्ताव पारित: ऑपरेशन सिंदूर और जनगणना पर सहमति
जेपी नड्डा ने बताया कि बैठक में ऑपरेशन सिंदूर और जातिगत जनगणना को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। मोदी 3.0 सरकार के एक वर्ष पूरे होने, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की 10वीं वर्षगांठ और आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि NDA जातिगत राजनीति से ऊपर उठकर उन लोगों को प्राथमिकता देता है, जो अब तक विकास की मुख्यधारा से वंचित रहे हैं।