
PM Kisan 20वीं किस्त जारी: जानिए ट्रांसफर का समय और बैलेंस चेक करने की पूरी प्रक्रिया
PM Kisan 20th Installment Update: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) के अंतर्गत दी जाने वाली 20वीं किस्त आज जारी कर दी गई है। इस किस्त के तहत देशभर के करोड़ों किसानों को ₹2000 की राशि उनके बैंक खातों में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी गई है। जिन किसानों ने अपनी e-KYC प्रक्रिया पूरी कर ली है, उनके खाते में यह राशि ट्रांसफर हो चुकी है। वहीं जिन किसानों की e-KYC अधूरी है, उनकी किस्त फिलहाल रोकी जा सकती है।
PM Modi ने किया ₹20,500 करोड़ का DBT ट्रांसफर
#WATCH | Varanasi: PM Narendra Modi credits the 20th instalment of PM Kisan Samman Nidhi, an amount of more than Rs 20000 crores, into the bank accounts of 9.7 crore farmers.
Source: DD pic.twitter.com/7ULjd6flPv
— ANI (@ANI) August 2, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से किसानों के बैंक खातों में ₹20,500 करोड़ की 20वीं किस्त ट्रांसफर की है, जिससे लगभग 9.7 करोड़ किसान लाभान्वित हुए हैं। PM Kisan योजना के तहत प्रत्येक पात्र किसान को सालाना ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिसे तीन बराबर किश्तों में वितरित किया जाता है।
किस्त ट्रांसफर का समय और SMS अलर्ट
20वीं किस्त की राशि DBT के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी गई है। जिन लाभार्थियों की e-KYC प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है, उनके मोबाइल नंबर पर किस्त ट्रांसफर का SMS भी प्राप्त हो जाएगा। यदि आपको SMS नहीं मिला है, तो आप अपनी स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
PM Kisan में पैसा आया या नहीं, ऐसे करें स्टेटस चेक
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सबसे पहले PM-KISAN की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
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Farmer Corner में जाएं और Beneficiary Status विकल्प पर क्लिक करें।
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वहां अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर या बैंक खाता नंबर दर्ज करें।
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यदि स्टेटस में e-KYC, Land Seeding, और Aadhaar-Bank Seeding सभी जगह “Yes” लिखा है, तो राशि आने की पुष्टि होती है।
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यदि किसी भी जगह “No” दिखता है, तो आपको संबंधित सुधार करने की आवश्यकता है।
PM-KISAN योजना की शुरुआत
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा 1 फरवरी 2019 को बजट में की गई थी। इसका शुभारंभ 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से किया था। यह योजना छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।