
Mayday Call Meaning in Hindi-: आखिर क्यों पायलट ने उड़ान के बाद चिल्लाया “Mayday-Mayday”? जानिए इस इमरजेंसी कोड की असली हकीकत
गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दर्दनाक हादसे में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से केवल एक यात्री ही जीवित बच पाया। जान गंवाने वालों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी शामिल हैं।
इस भयावह हादसे से पहले पायलट की ओर से बार-बार “Mayday-Mayday-Mayday” पुकारा गया। यह शब्द आखिरी बार कंट्रोल टॉवर की रिकॉर्डिंग में सुना गया। लेकिन आखिर Mayday का मतलब क्या है और इसे क्यों बोला जाता है?
Mayday: ये शब्द कब और क्यों बोला जाता है?
“Mayday” एक इंटरनेशनल इमरजेंसी कॉल सिग्नल है, जो तब इस्तेमाल किया जाता है जब कोई विमान, जहाज या पायलट गंभीर संकट में हो — जैसे तकनीकी खराबी, आग लगना, या क्रैश की आशंका।
यह शब्द रेडियो पर तीन बार बोला जाता है ताकि कंट्रोल टावर और अन्य विमानों को स्पष्ट रूप से पता चल सके कि यह एक गंभीर और जानलेवा स्थिति है। Mayday का मतलब होता है — “Help me!” या “मेरी मदद करो!”
Mayday का इतिहास कहां से जुड़ा है?
Mayday शब्द की शुरुआत 1920 में लंदन के Croydon Airport में हुई थी। वहां के रेडियो ऑफिसर Frederick Stanley Mockford ने इसे फ्रेंच वाक्यांश “m’aider” (me aider – मेरी मदद करो) से प्रेरित होकर गढ़ा। उस समय एयर ट्रैफिक कंट्रोल और विमानन संचार की शुरुआत हो रही थी और इसी वजह से एक अंतरराष्ट्रीय संकट कोड की जरूरत पड़ी।
पायलट Mayday क्यों बोलते हैं?
विमान में गंभीर तकनीकी गड़बड़ी हो
इंजन फेल हो जाए
आग लगने की आशंका हो
नियंत्रण खो जाए
या विमान क्रैश के कगार पर हो
ऐसी स्थितियों में पायलट सीधे कहने के बजाय “Mayday” पुकारता है ताकि यात्रियों में घबराहट न फैले, लेकिन कंट्रोल रूम तुरंत अलर्ट हो जाए और आपातकालीन सहायता भेज सके।
क्यों तीन बार दोहराया जाता है “Mayday”?
रेडियो संचार में अक्सर शोर या सिग्नल बाधाएं हो सकती हैं। इसलिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार Mayday को तीन बार दोहराना जरूरी होता है ताकि संदेश स्पष्ट रूप से पहुंच सके।
अहमदाबाद हादसे में क्यों पुकारा गया Mayday?
जैसे ही फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद से टेक-ऑफ किया, उड़ान भरने के सिर्फ 1 मिनट के भीतर पायलट ने तकनीकी खराबी को महसूस किया और तुरंत “Mayday-Mayday-Mayday” का संकेत भेजा। इसके कुछ ही सेकंड बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
यह कॉल न केवल पायलट की जागरूकता दिखाता है, बल्कि यह बताता है कि स्थिति कितनी खतरनाक थी।
निष्कर्ष:
“Mayday” कोई आम शब्द नहीं, बल्कि विमानन दुनिया का सबसे गंभीर चेतावनी संकेत है। जब भी यह शब्द बोला जाता है, इसका मतलब होता है कि यात्रियों और चालक दल की जान खतरे में है, और हर सेकंड कीमती है।
अहमदाबाद हादसा हमें यह सिखाता है कि संकट के पलों में सही संकेत और त्वरित निर्णय कितनी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं — भले ही परिणाम दर्दनाक ही क्यों न हो।
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