
Paramilitary Vacancies- देश में अर्धसैनिक बलों में 1.09 लाख से ज्यादा पद खाली हैं, जो वर्ष 2021 के बाद से अब तक की सबसे बड़ी रिक्ति मानी जा रही है। यह अहम जानकारी गृह मंत्रालय ने लोकसभा में साझा की। संसद में पूछे गए सवाल के लिखित उत्तर में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि वर्तमान में 72,689 रिक्त पदों की भर्ती के लिए अधिसूचनाएं जारी की जा चुकी हैं और इन पर भर्ती प्रक्रिया जारी है।
किस बल में कितने पद रिक्त हैं?
लोकसभा में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, 6 प्रमुख अर्धसैनिक बलों में खाली पदों का विवरण इस प्रकार है:
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CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल): 43,250 पद
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CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल): 34,869 पद
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ITBP (भारत तिब्बत सीमा पुलिस): 15,035 पद
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BSF (सीमा सुरक्षा बल): 14,467 पद
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SSB (सशस्त्र सीमा बल): 7,859 पद
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Assam Rifles: 3,791 पद
यह आंकड़ा बताता है कि केवल CISF और CRPF में ही 78,000 से अधिक पद रिक्त हैं।
वर्षवार रिक्त पदों का विवरण:
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2021: 1,09,174 पद
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2022: 68,674 पद
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2023: 84,374 पद
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2024: 64,897 पद
गृह राज्य मंत्री राय ने कहा, “CAPF और असम राइफल्स में रिक्तियां आमतौर पर सेवानिवृत्ति, त्यागपत्र, मृत्यु, पदोन्नति, नई बटालियन के गठन या पदों के सृजन के कारण उत्पन्न होती हैं। इन्हें भरना एक निरंतर प्रक्रिया है।”
रिक्तियों को भरने के लिए सरकार के प्रयास
नित्यानंद राय ने संसद में बताया कि रिक्त पदों की भरपाई के लिए केंद्र सरकार ने कई कदम उठाए हैं:
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चिकित्सा परीक्षाओं में लगने वाला समय घटाया गया है जिससे प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके।
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कांस्टेबल/GD पदों पर शॉर्टलिस्टिंग के लिए कट-ऑफ अंकों में कमी की गई है, खासतौर पर उन वर्गों में जहां उपयुक्त उम्मीदवारों की कमी देखी गई है।
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सभी अर्धसैनिक बलों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे समयबद्ध तरीके से भर्ती प्रक्रिया को पूरा करें।
गृह मंत्रालय ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया SSC, UPSC और संबंधित बलों के माध्यम से पूरी की जाती है।
अर्धसैनिक बलों की भूमिका और ज़िम्मेदारियां
हालांकि अर्धसैनिक बल औपचारिक रूप से सशस्त्र बलों का हिस्सा नहीं होते, फिर भी ये देश की आंतरिक सुरक्षा की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी निभाते हैं। इन बलों का उपयोग:
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सीमा सुरक्षा,
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कानून व्यवस्था बनाए रखने,
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आतंरिक उथल-पुथल और चुनावों जैसी विशेष स्थितियों में किया जाता है।
सभी अर्धसैनिक बल गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करते हैं। भारत में अर्धसैनिक बलों की कुल स्वीकृत संख्या 10.67 लाख से अधिक है, और हर बल को एक विशेष कार्य के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
निष्कर्ष
भारत जैसे बड़े और विविधतापूर्ण देश में आंतरिक सुरक्षा बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है, और अर्धसैनिक बल इस काम में रीढ़ की हड्डी की तरह काम करते हैं। ऐसे में रिक्त पदों की शीघ्र पूर्ति न केवल बलों की क्षमता बढ़ाएगी, बल्कि देश की सुरक्षा भी मज़बूत करेगी।
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