
पहलगाम आतंकी हमला: जम्मू-कश्मीर के ‘पहलगाम आतंकी हमले’ के बाद भारत सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई है। भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने का निर्णय लिया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार (28 अप्रैल) को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक अहम बैठक करेंगे। दिल्ली में आयोजित इस उच्च स्तरीय बैठक में आतंकी हमले को लेकर गहरी चर्चा की जा सकती है, और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। इस बैठक पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। इस बीच, जम्मू-कश्मीर विधानसभा में LG मनोज सिन्हा ने एक विशेष सत्र बुलाया है।
कुछ बड़ा होने वाला है! रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पहुंचे। पीएम मोदी और राजनाथ सिंह के बीच होने वाली बैठक से जुड़ी अटकलें तेज हो गई हैं कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ कुछ बड़ा कदम उठाने वाला है। इस बैठक में तीनों सेना के प्रमुख, सीडीएस अनिल चौहान और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी शामिल होंगे। यह बैठक कई अहम निर्णयों का आधार बन सकती है।
15 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने आतंकवाद को समाप्त करने के लिए एक बड़ा ऑपरेशन शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकी नेटवर्क के खिलाफ सोमवार को बड़ी कार्रवाई की। पुलिस ने डोडा और किश्तवाड़ समेत 15 से अधिक स्थानों पर छापे मारे। सूत्रों के मुताबिक, ये छापे उन आतंकियों के घरों पर मारे जा रहे हैं, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) से आतंकी गतिविधियों में संलिप्त हैं।
मौन रखकर दी श्रद्धांजलि पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने के लिए सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक दिवसीय सत्र बुलाया गया। विधानसभा में आज पहलगाम में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर हमले में मारे गए व्यक्तियों के लिए मौन भी रखा गया। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने कहा, “यहां पर्यटक के तौर पर आए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की जाएगी, लेकिन यहां से केवल उनके शव ही वापस गए। यह बहुत दुखद है, और हम इसके खिलाफ एकजुट हैं।”