Durg Murder Case | Supari Killing | Nagpura Crime News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर ठगी के बाद एक महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई। 40 वर्षीय गंगोत्री जांगड़े पर आरोपियों ने 1 लाख रुपए की सुपारी देकर कातिलों से गला घोंटकर हत्या करवाई और पहचान मिटाने के लिए चेहरा पत्थर से कुचल दिया।
मामला कैसे शुरू हुआ?
पुलिस की जांच में सामने आया कि मृतिका गंगोत्री जांगड़े (40 साल) दो युवकों के संपर्क में थी। दोनों ने उसे नौकरी लगाने का झांसा देकर पिछले 7-8 महीनों में लाखों रुपए लिए थे। लेकिन जब नौकरी नहीं लगी तो गंगोत्री ने दबाव बनाना शुरू कर दिया।
उसने आरोपियों से साफ कह दिया कि यदि 20 सितंबर तक साक्षात्कार नहीं कराया तो वह पुलिस में शिकायत करेगी। यही बात आरोपियों को नागवार गुजरी। उन्हें डर था कि गंगोत्री सबके सामने पोल खोल देगी और ठगी का भांडा फूट जाएगा। इसी डर से उन्होंने गंगोत्री को खत्म करने की साजिश की।
कैसे दी गई वारदात को अंजाम

19 सितंबर की रात आरोपी ने गंगोत्री को ढाबे में खाना खाने के बहाने बुलाया। निर्भय और उसका साथी बाइक पर उसे लेकर टेमरी पहुंचे। वहां निर्भय ने अपना बेल्ट निकाला और साथी ने गंगोत्री को पटक दिया।
बेल्ट और चुनरी से गला घोंटकर हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए गंगोत्री का चेहरा पत्थर से कुचल दिया गया।
हत्या करने के बाद ढाबा में खाया खाना
आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद गंगोत्री के सभी जेवर उतार लिए, लेकिन जेवर आर्टिफिशियल निकलने पर उसे पर्स सहित फेंक दिया।
मोबाइल फोन आरोपी निर्भय ने अपने पास रख लिया। हत्या के बाद दोनों आरोपी बाफना टोल प्लाजा की तरफ गए और वहां पर पास में ही एक ढाबे में खाना खाया। इसके बाद वे आरोपी कातुलबोर्ड लौट आए।
मकान मालिक को कहकर निकली थी खाना खाने जा रही हूं
पुलिस की जांच में पता चला कि शव गंगोत्री उर्फ गंगा जांगड़े (पिता हरीशचंद), निवासी ग्राम दादर, पोटिया चौक दुर्ग का है। वह 19 सितंबर की रात 8.45 बजे मकान मालिक को यह कहकर घर से निकली थी कि खाना खाने जा रही हूं। इसके बाद वह लापता हो गई। बाद में फिर गंगोत्री की लाश मिली थी।
साजिश का खुलासा कैसे हुआ?
20 सितंबर को टेमरी में एक महिला का शव मिला।
परिजनों की शिकायत और पुलिस पूछताछ से गंगोत्री के संपर्कों की जानकारी मिली।
जांच में ठगी और धमकी से जुड़ी कड़ियां जुड़ने लगीं और हत्या का राज खुल गया।
सुपारी कैसे दी गई?
मुख्य आरोपी ने 19 वर्षीय निर्भय जांगड़े को 1 लाख रुपए सुपारी दी।
रकम छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, कातुलबोर्ड शाखा में ट्रांसफर की गई।
व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर पूरी हत्या की साजिश रची गई।
साजिश में हेमलता बंजारे (38) भी शामिल थी, जिसके खाते में पहले भी बड़ी रकम ट्रांसफर हुई थी।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है –
निर्भय जांगड़े (19, जालबांधा खैरागढ़)
जयदीप साहू (19, कातुलबोर्ड दुर्ग)
मनीष बंजारे (19, आशा नगर दुर्ग)
पवन कुमार सिंह (18, कातुलबोर्ड भिलाई)
हेमलता बंजारे (38, कातुलबोर्ड भिलाई)
एक नाबालिग आरोपी
👉 जबकि मुख्य मास्टरमाइंड अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
नौकरी के नाम पर ठगी का रैकेट
गिरोह नगर निगम, जल संसाधन और स्वास्थ्य विभाग में नौकरी का झांसा देकर लाखों वसूलता था।
गंगोत्री का इसी नेटवर्क से संपर्क था।
शक है कि उसने ठगी का खुलासा करने की चेतावनी दी थी, जिसके डर से हत्या की गई।
