MP Cough Syrup Case | Chhindwara News:
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया में 10 मासूम बच्चों की मौत के मामले में पुलिस ने डॉक्टर प्रवीन सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि उन्होंने जहरीला कफ सिरप ‘Coldrif’ बच्चों को लिखा था, जिसके सेवन के बाद मौतें हुईं।
इस मामले में श्रीसन फार्मास्यूटिकल कंपनी और डॉ. सोनी दोनों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि जांच और कानूनी कार्रवाई तेज़ी से जारी है।
🔹 डॉक्टर और कंपनी पर लगे गंभीर आरोप
पुलिस ने डॉक्टर सोनी पर BNS 276, BNS 105 और औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम की धारा 27A के तहत केस दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर ने बिना वैध लाइसेंस और सुरक्षा जांच के Coldrif सिरप का उपयोग बच्चों को देने के लिए किया था।
🔹 कैसे सामने आया मामला
पिछले महीने 5 साल से कम उम्र के कई बच्चों की अचानक मौत होने लगी। मेडिकल जांच में पाया गया कि सभी बच्चों ने एक ही Coldrif कफ सिरप का सेवन किया था।
जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि मौतें Acute Kidney Injury (AKI) से हुईं, न कि Encephalitis Syndrome (AES) से।
अब तक मरने वाले बच्चों में शिवम राठौर, विद्ही, अदनान, उसैद, रिषिका, हितांश, चंचलेश, विकास और संध्या शामिल हैं।
वहीं 13 अन्य बच्चे अब भी छिंदवाड़ा और नागपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं — जिनमें 3 की हालत नाजुक बताई जा रही है।
🔹 जांच रिपोर्ट और प्रारंभिक निष्कर्ष
राष्ट्रीय संस्थान NIV पुणे द्वारा लिए गए पानी और पर्यावरण नमूनों की रिपोर्ट में किसी प्रकार के संक्रमण या दूषित जल की पुष्टि नहीं हुई।
जांच टीम ने पाया कि हर पीड़ित बच्चे को एक समान Coldrif सिरप दिया गया था, जिससे यह निष्कर्ष निकला कि मौतों की सीधी वजह सिरप का जहरीला होना है।
🔹 मुख्यमंत्री मोहन यादव की सख्त प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना को “बेहद दुखद और अस्वीकार्य” बताया।
उन्होंने कहा —
“बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। पूरे मध्य प्रदेश में Coldrif सिरप की बिक्री पर तुरंत प्रतिबंध लगा दिया गया है।”
CM ने यह भी बताया कि सिरप बनाने वाली फैक्ट्री तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है और राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार से विस्तृत जांच की मांग की है।
🔹 जांच आगे बढ़ी — कंपनी पर शिकंजा
डॉ. सोनी से पुलिस की पूछताछ जारी है, वहीं फार्मा कंपनी के अन्य अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है।
राज्य सरकार ने सिरप के सैंपल को सेंट्रल ड्रग्स लैब भेजा है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
