
कोरबा जिले के कुरुडीह गांव में बिजली गिरने से 3 दोस्त झुलसे, 2 की हालत गंभीर: 31 जिलों में मौसम अलर्ट जारी
कोरबा जिले के कुरुडीह गांव में सोमवार शाम को एक दर्दनाक घटना घटी, जिसमें 3 बच्चे बिजली की चपेट में आ गए। मनीष कश्यप (14) और लोकेश कुमार (13) गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
तीनों बच्चे गांव के तालाब के पास घूमने गए थे। अचानक मौसम बिगड़ा और गरज-चमक के साथ बिजली गिरी, जिससे वे चपेट में आकर बेहोश हो गए। एक बच्चे को थोड़ी देर बाद होश आया और उसने घर पहुंचकर परिजनों को हादसे के बारे में बताया। घटना की जानकारी मिलते ही 112 की मदद से घायलों को जिला मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां दो बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है।
मौसम विभाग का अलर्ट: 31 जिलों में आंधी-बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर सहित 31 जिलों में अगले तीन दिनों तक आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है, साथ ही बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है।
रायपुर में आज सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और दोपहर के बाद हवा की रफ्तार में वृद्धि हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 15 मई तक यह स्थिति बनी रहेगी, उसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री की वृद्धि हो सकती है। 42 डिग्री के साथ सोमवार को दुर्ग राज्य का सबसे गर्म इलाका रहा।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस से हो रही बारिश: छत्तीसगढ़ में मौसम का बदलाव
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) के प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इन दोनों मौसमीय सिस्टमों के सक्रिय होने के कारण छत्तीसगढ़ में आंधी और बारिश की स्थिति बन रही है।
रायपुर में अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दुर्ग में यह 42 डिग्री तक पहुंच गया, जो कि राज्य का सबसे गर्म तापमान था। इसके अलावा, बिलासपुर में 41.6°C, बलौदाबाजार में 40.1°C और रायपुर में 41.3°C तापमान दर्ज किया गया। कुछ जिलों में हल्की गिरावट देखी गई, लेकिन सरगुजा और सूरजपुर में तापमान में 1.5°C की वृद्धि रही।
पश्चिमी विक्षोभ: क्या होता है और इसका प्रभाव?
पश्चिमी विक्षोभ ऐसे तूफान होते हैं, जो मुख्यतः कैस्पियन सागर या भूमध्य सागर से उत्पन्न होते हैं। ये भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में बारिश और ठंड लाने का कार्य करते हैं। इन हवाओं में नमी होती है, जो भारत पहुंचने के बाद मैदानी इलाकों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती हैं।
पश्चिमी विक्षोभ का मार्ग ईरान, इराक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होकर भारत तक पहुंचता है, जहां यह बारिश और ठंड का कारण बनता है।
मई में आंधी और बारिश: एक पुराना मौसम ट्रेंड
मई महीने में तेज बारिश और आंधी का आना एक सामान्य घटना है। इस माह के दौरान कई बार सिस्टम बनने की स्थिति बनती है, जिससे प्रदेश में बारिश और तेज आंधी के एक-दो स्पैल आते हैं। ऐसा मौसम मई के पूरे महीने में रहता है, जो आमतौर पर अच्छी बारिश का कारण बनता है।
पिछले एक दशक में रायपुर में मई के महीने में सबसे अधिक बारिश 2021 में 93.2 मिमी रिकॉर्ड की गई थी। उस समय 10 मई को 57 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। मई में बनने वाले सिस्टम समुद्र से आने वाली हवाओं की वजह से तेज़ी से आगे बढ़ते हैं, जिससे आंधी और बारिश की स्थिति बनती है।
आखिर में, मई के अंत में मौसम में बदलाव की संभावना
25 मई के बाद इस तरह की स्थितियां और अधिक सक्रिय हो सकती हैं, जिससे मौसम में बदलाव की शुरुआत होगी। छत्तीसगढ़ में मौसमी बदलाव की शुरुआत का यह एक सामान्य संकेत है।