
Korba Kua Dhansne -छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के बनवार गांव में कुआं धंसने की दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की जान चली गई। पति, पत्नी और उनके बेटे के शव करीब 26 घंटे के कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मलबे से बरामद किए गए। तीनों शव लगभग 25 फीट गहराई में मिले। इस हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
🔹 हादसा उस वक्त हुआ जब परिवार मोटर पंप निकाल रहा था
घटना 29 जुलाई की सुबह की है। बनवार गांव निवासी एक दंपती और उनका बेटा कुएं से मोटर पंप निकालने के लिए उतरे थे। इसी दौरान अचानक कुआं धंस गया और तीनों उसमें दब गए। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही कुएं का पूरा हिस्सा मिट्टी में समा गया।
🔹 बारिश और मिट्टी के खिसकने से बाधित हुआ था रेस्क्यू
घटना की सूचना मिलते ही SDRF की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। मंगलवार रात करीब ढाई बजे तक रेस्क्यू अभियान चला, लेकिन बारिश और मिट्टी के लगातार धंसने से अभियान रोकना पड़ा। बुधवार सुबह फिर से अभियान शुरू किया गया। कुएं के समानांतर खुदाई कर तीनों शव बाहर निकाले गए।
🔹 भाई-बहन ने देखा कुआं धंसा हुआ, फिर दी सूचना
मंगलवार सुबह लगभग 6 बजे जब मृतकों के छोटे बच्चे — भाई और बहन — सोकर उठे, तो उन्होंने देखा कि कुआं धंसा हुआ है और उनके माता-पिता और बड़े भाई घर पर नहीं हैं। बच्चों ने तुरंत आसपास के लोगों को और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची।
🔹 2 महीने पहले ही खुदवाया गया था कुआं
ग्रामीणों के अनुसार, यह कुआं करीब दो महीने पहले ही खुदवाया गया था। परिवार द्वारा घरेलू उपयोग के लिए इसमें मोटर पंप लगाया गया था। लेकिन निर्माण में संभावित तकनीकी खामियों या मिट्टी की कमजोर पकड़ के चलते यह हादसा हुआ।
🔹 गांव में पसरा मातम, परिजनों के नहीं थम रहे आंसू
पूरे गांव में घटना के बाद शोक की लहर दौड़ गई है। तीनों शवों को जब बाहर निकाला गया, तो परिजनों और ग्रामीणों की आंखें नम थीं। घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन द्वारा पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है।
यह समाचार ग्राम स्तर पर हो रही निर्माण संबंधित लापरवाही और सुरक्षा उपायों की अनदेखी का गंभीर उदाहरण है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे निर्माण कार्यों में सुरक्षा मापदंडों का विशेष ध्यान रखा जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
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