
कांकेर का मयंक
ईरान में फंसा कांकेर का मयंक: मर्चेंट नेवी में तैनात युवक की सुरक्षित वापसी की मांग, परिवार ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के कन्हारगांव निवासी मयंक साहू बीते 6 महीनों से ईरान में मर्चेंट नेवी के जहाज पर कार्यरत हैं। इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच मयंक वहीं फंसे हुए हैं, जिससे उनके परिजनों की चिंता लगातार बढ़ रही है।
मयंक ने चेन्नई से मर्चेंट नेवी का कोर्स करने के बाद ईरान की एक मर्चेंट कंपनी में 9 महीने के अनुबंध पर नौकरी शुरू की थी। उनकी जॉइनिंग 8 फरवरी 2025 को हुई और वे 4 फरवरी को भारत से रवाना हुए थे। फिलहाल वे ईरान-इराक बॉर्डर के पास मौजूद हैं, जहाँ वे एक जहाज पर वॉच कीपिंग पोस्ट पर कार्यरत हैं।
परिजनों ने PM को लिखा पत्र

बढ़ते युद्ध के हालात को देखते हुए मयंक के पिता गंगदेव साहू ने एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए मदद की मांग की है। जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने हाल ही में कुछ भारतीयों को ईरान से वापस बुलाया है, लेकिन मयंक अब तक वहीं फंसे हुए हैं।
कंपनी ने भी की पहल

एएन शिपिंग सर्विसेज रैपिड ओशन 11 लिमिटेड, जो मयंक की नियोक्ता कंपनी है, ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, नई दिल्ली को पत्र भेजकर मयंक की वापसी के लिए सहयोग मांगा है। कंपनी ने वापसी से जुड़े सभी खर्चों को वहन करने की बात कही है। मयंक को सेनोरिटा नामक प्रधान जहाज पर तैनात किया गया था।
इंटरनेशनल कॉल से संपर्क में
परिवार के मुताबिक मयंक अपने परिजनों से इंटरनेशनल कॉल्स के माध्यम से संपर्क में बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनके साथ वहां करीब 60 अन्य लोग भी फंसे हुए हैं। मयंक की मां ने बताया कि 23 जून को मयंक से आखिरी बार बात हुई थी। वे शारजहां पोर्ट (दुबई बॉर्डर) के पास मौजूद हैं।
परिजनों को मिला आश्वासन
परिजनों का कहना है कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन से लेकर दिल्ली तक सभी संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है। यहां तक कि ईरान के गृहमंत्री और राष्ट्रपति कार्यालय से भी संपर्क किया गया है, जहाँ से उन्हें आश्वासन मिला कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी वहां की सरकार की है।
मयंक बोले- “हालात ठीक हैं, पर अभी तक कोई अपडेट नहीं”
दैनिक भास्कर से फोन पर बातचीत में मयंक ने कहा, “मैं ईरान-इराक बॉर्डर पर हूं। हालात फिलहाल सामान्य हैं, कोई विशेष परेशानी नहीं है। हमें कहा गया था कि 2-3 दिन में वापसी कराई जाएगी, लेकिन अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।”
प्रशासन कर रहा प्रयास
भानुप्रतापपुर के एडिशनल एसपी संदीप पटेल ने कहा कि मयंक के ईरान में फंसे होने की जानकारी मिली है। वहां फिलहाल युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। मयंक की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और जल्द ही कोई सकारात्मक कदम उठाया जाएगा।
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