Kajal Nadi Bridge -24 साल से अधूरी मांग, ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट घेरा; 15 दिन में कार्रवाई नहीं तो चक्काजाम की चेतावनी
धमतरी। जिले के जबर्रा गांव के पास काजल नदी में डूबकर एक युवक की मौत हो गई। पुल नहीं होने के कारण हुए इस हादसे से ग्रामीणों का आक्रोश भड़क गया। सोमवार (14 सितंबर) को ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
24 साल से अधूरी पुल की मांग

ग्रामीणों माधव सिंह मरकाम और लक्ष्मी यादव ने बताया कि वे पिछले 24 सालों से काजल नदी पर पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं। इस दौरान प्रदेश में तीन मुख्यमंत्री बदल गए, लेकिन अब तक पुल का निर्माण शुरू नहीं हुआ।
ग्रामीणों का कहना है कि जहां पुल बनना प्रस्तावित है, वहीं अब एक युवक की नदी में बहकर मौत हो चुकी है।
बच्चों की पढ़ाई और आवागमन प्रभावित
पुल नहीं होने से क्षेत्र के निवासियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
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बरसात के दिनों में ग्रामीणों का नदी पार करना जानलेवा हो जाता है।
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बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते।
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नगरी से अन्य जिलों तक जाने के लिए लोगों को लंबा चक्कर काटना पड़ता है।
ग्रामीणों ने प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि अगर इस अवधि में ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वे चक्काजाम आंदोलन करेंगे।
कलेक्टर ने दिलाया भरोसा
कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया कि जबर्रा गांव के पास काजल नदी पर पुल निर्माण के लिए बजट में पहले से ही प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रक्रियाधीन है और जल्द ही प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू होगा।
