
Jyoti Malhotra के वीडियो की जांच में जुटी एजेंसियां, अयोध्या-काशी-मथुरा में बनाई रिकॉर्डिंग पर बवाल
ज्योति मल्होत्रा के यूट्यूब चैनल ‘TravelWithJo’ पर उपलब्ध वीडियो से स्पष्ट होता है कि उसने उत्तर प्रदेश के कई धार्मिक और संवेदनशील स्थलों का दौरा किया और वहां रिकॉर्डिंग की। उसके चैनल पर जो वीडियो मौजूद हैं, उनमें खासकर अयोध्या के भव्य राम मंदिर, वाराणसी, प्रयागराज और मथुरा-वृंदावन जैसे धार्मिक स्थलों की झलक प्रमुख रूप से देखी जा सकती है।
ज्योति की गिरफ्तारी के बाद उसके चैनल पर अपलोड किए गए हर वीडियो को अब शक की नजर से देखा जा रहा है। अयोध्या, वाराणसी और मथुरा जैसे अहम धार्मिक स्थलों से संबंधित वीडियो सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है। पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क से कथित संबंधों के चलते गिरफ़्तार की गई ज्योति की गतिविधियों की गहराई से पड़ताल की जा रही है। इस समय राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम पूछताछ में लगी हुई है।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर भी बनाई रिकॉर्डिंग
उसके बनाए गए वीडियो सिर्फ धार्मिक स्थलों की सुंदरता ही नहीं दर्शाते, बल्कि इन स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक संचालन और श्रद्धालुओं की गतिविधियों को भी बारीकी से दिखाते हैं। यह पहलू जांच एजेंसियों के लिए बेहद संवेदनशील बन गया है।
बार-बार वाराणसी आना बना संदेह का कारण
सूत्रों के अनुसार, ज्योति केवल एक बार नहीं, बल्कि कई बार वाराणसी आई थी। एक वीडियो में वह गंगा नदी में नाव की सवारी करती भी नजर आती है। जैसे ही यह जानकारी सामने आई, स्थानीय खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट हो गईं। यूपी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वह यूपी में किन-किन लोगों से मिली और किस उद्देश्य से इन धार्मिक स्थलों के वीडियो बनाए।
पुराना डाटा खंगाल रही हैं एजेंसियां
जांच एजेंसियां अब उसके पुराने ट्रैवल रिकॉर्ड, विज़िट डेटा और उससे जुड़ी गतिविधियों को ट्रैक कर रही हैं। फोकस इस बात पर है कि क्या इन यात्राओं का कोई उद्देश्य था जो देश की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ा हो सकता है।
पूछताछ में छुपाई कई जानकारियां
पूछताछ के दौरान एजेंसियों को संदेह हुआ है कि ज्योति कई अहम बातें छुपा रही है और पूछताछ को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है। उसने पहले तो पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव दानिश से अपने संबंधों को नकारा, लेकिन बाद में सच्चाई कुछ और ही निकली। उसके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच में पाया गया कि उसने दानिश से की गई बातचीत की दो चैट को डिलीट कर दिया था।
जब इस बारे में पूछताछ की गई तो ज्योति ने जांच एजेंसियों से झूठ बोला। एजेंसी को संदेह है कि इन चैट्स में किसी तरह की संवेदनशील जानकारी साझा की गई हो सकती है, या फिर उसे कुछ निर्देश दिए गए हों। इसी कारण उसके मोबाइल और लैपटॉप को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है, ताकि डिलीट किए गए डेटा को रिकवर किया जा सके।
ओडिशा कनेक्शन की भी जांच
ज्योति की गिरफ्तारी के बाद अब उसका ओडिशा से संबंध भी जांच के घेरे में आ गया है। जानकारी के अनुसार, वह पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर, कोणार्क और चिल्का झील जैसी जगहों पर भी गई थी और पुरी की एक महिला यूट्यूबर के संपर्क में थी। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पष्ट किया है कि अगर कोई भी स्थानीय व्यक्ति इसमें शामिल पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
ओडिशा अपराध शाखा के आईजीपी सार्थक सारंगी ने कहा कि ज्योति और पुरी की एक यूट्यूबर के बीच संपर्क की जानकारी मिली है, लेकिन अब तक कोई ठोस सबूत सामने नहीं आए हैं और जांच जारी है।
महिला यूट्यूबर की सफाई
पुरी की यूट्यूबर ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि उनकी ज्योति से केवल यूट्यूब के माध्यम से दोस्ती हुई थी और उन्हें उसके किसी भी जासूसी गतिविधियों की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी जांच एजेंसी द्वारा उनसे पूछताछ की जाती है, तो वह पूरा सहयोग करेंगी, क्योंकि उनके लिए देश सर्वोपरि है।
सरकार का रुख स्पष्ट
यह मामला अब पूरी तरह एनआईए के हाथों में है, जो हर पहलू की गंभीरता से जांच कर रही है। सरकार का कहना है कि देशविरोधी गतिविधियों या जासूसी के मामलों में किसी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी।