Jharkhand Assembly Against SIR -झारखंड विधानसभा में SIR के खिलाफ प्रस्ताव पारित, BJP ने कहा- रोहिंग्याओं को वोटर बनाने की साजिश
Jharkhand Assembly News: झारखंड विधानसभा में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत होने के चलते एसआईआर के विरोध में प्रस्ताव स्वतः पारित हो गया।
झारखंड के संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने विधानसभा में SIR का विरोध करते हुए प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम संसदीय लोकतंत्र को कमजोर करने और गरीबों एवं दलितों को वोट से वंचित करने की कोशिश है।
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी का आरोप
झारखंड विधानसभा में एसआईआर के खिलाफ प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस प्रक्रिया के जरिए बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं को मतदाता बनाने की साजिश की जा रही है। मरांडी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कदम लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
सदन में हंगामे और विरोध के चलते विधानसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।
कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव का बीजेपी पर निशाना
कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा-
“संविधान के तहत बाबासाहेब ने हमें एक वोट का अधिकार दिया है, लेकिन आज बड़ी होशियारी से SIR के माध्यम से वोट चोर लोग भारतीय जनता पार्टी की सरकार हमें हमारे अधिकार से वंचित करना चाहती है।”

बिहार में SIR पहले से बड़ा मुद्दा
बिहार में भी SIR को लेकर विपक्षी दल हमलावर हैं। आरजेडी, कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य दलों का आरोप है कि इसके जरिए चुनाव आयोग और केंद्र की बीजेपी सरकार लोगों की वोट चोरी कर रही है। हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और SIR वहां बड़ा सियासी मुद्दा बन गया है। अब झारखंड की महागठबंधन सरकार (JMM, कांग्रेस और आरजेडी) ने भी इस मुद्दे को केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा बनाने के लिए उठाया है।

