
Dhankhar Resignation
Jagdeep Dhankhar Resigns: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से दिया इस्तीफा, संसद सत्र के बीच पद छोड़ने वाले पहले उपराष्ट्रपति बने
Jagdeep Dhankhar Resigns: भारत के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों को अपना त्यागपत्र देने की वजह बताया है। संसद का मानसून सत्र जारी है, ऐसे में उनका यह कदम ऐतिहासिक बन गया है क्योंकि वे सत्र के दौरान इस्तीफा देने वाले पहले उपराष्ट्रपति हैं।
🧾 इस्तीफे में क्या लिखा धनखड़ ने?
74 वर्षीय जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति को भेजे अपने पत्र में लिखा:
“माननीय राष्ट्रपति जी .. सेहत को प्राथमिकता देने और डॉक्टर की सलाह को मानने के लिए मैं संविधान के अनुच्छेद 67(a) के अनुसार अपने पद से इस्तीफा देता हूं। मैं भारत के राष्ट्रपति में गहरी कृतज्ञता प्रकट करता हूं। आपका समर्थन अडिग रहा, जिनके साथ मेरा कार्यकाल शांतिपूर्ण और बेहतरीन रहा। मैं माननीय प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के प्रति भी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा है और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान उनसे बहुत कुछ सीखा है। माननीय सांसदों से मुझे जो स्नेह, विश्वास और अपनापन मिला है, वह मेरी स्मृति में हमेशा रहेगा। मैं इस बात के लिए आभारी हूं कि मुझे इस महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में जो अनुभव और ज्ञान मिला, वह अत्यंत मूल्यवान रहा। यह मेरे लिए सौभाग्य और संतोष की बात रही है कि मैंने भारत की अभूतपूर्व आर्थिक प्रगति और इस परिवर्तनकारी युग में उसके तेज विकास को देखा और उसमें भागीदारी की। हमारे राष्ट्र के इतिहास के इस महत्वपूर्ण दौर में सेवा करना मेरे लिए सच्चे सम्मान की बात रही। आज जब मैं इस सम्माननीय पद को छोड़ रहा हूं, मेरे दिल में भारत की उपलब्धियों और शानदार भविष्य के लिए गर्व और अटूट विश्वास है। गहरी श्रद्धा और आभार के साथ, जगदीप धनखड़”
🏛️ राज्यसभा की कार्यवाही अब कौन देखेगा?
उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं। इस्तीफे के बाद अनुच्छेद 91 के तहत, जब तक नए उपराष्ट्रपति की नियुक्ति नहीं होती, राज्यसभा की जिम्मेदारी उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह संभालेंगे। हालांकि, हरिवंश का कार्यकाल भी इसी महीने समाप्त हो रहा है, जिससे एक संवैधानिक रिक्ति की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
🏥 बीते महीनों में दो बार बिगड़ी थी तबीयत
25 जून को उत्तराखंड में एक कार्यक्रम के बाद जगदीप धनखड़ की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें तुरंत नैनीताल राजभवन ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उनका चेकअप किया। धनखड़ नैनीताल में कुमाऊं यूनिवर्सिटी के गोल्डन जुबली समारोह में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे थे।
कार्यक्रम खत्म होने के बाद धनखड़ पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल के कंधे पर हाथ रखकर बाहर निकले। फिर महेंद्र पाल से गले लगकर रोने लगे। करीब 10 कदम चलने पर धनखड़ के सीने में अचानक दर्द उठा। पूर्व सांसद महेंद्र पाल और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संभाला था।
इससे पहले जगदीप धनखड़ को 9 मार्च 2025 को अचानक सीने में दर्द की शिकायत पर AIIMS दिल्ली में भर्ती कराया गया था। 12 मार्च 2025 को उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था।
📜 धनखड़ का राजनीतिक और शैक्षणिक सफर
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जन्म: 18 मई 1951, झुंझुनू, राजस्थान
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शिक्षा: सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ → राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और LLB
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पेशा: वकील, फिर राजनीतिज्ञ
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1989-91: झुंझुनू से लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री
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2019-2022: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल
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2022-2025: भारत के 14वें उपराष्ट्रपति (528 वोटों से चुने गए)
🌀 विवादों से जुड़ा रहा कार्यकाल
19 दिसंबर 2023 को संसद से सांसदों को निलंबन को लेकर विपक्षी दल मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान श्रीरामपुर से TMC सांसद कल्याण बनर्जी राज्यसभा के सभापति धनखड़ की मिमिक्री कर रहे थे। उन्होंने करीब 5 मिनट मजाक उड़ाया।
उनकी मिमिक्री पर वहां मौजूद सांसद ठहाके लगा रहे थे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस घटना का वीडियो बना रहे थे
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