
Jagdalpur Pregnant Woman News -जगदलपुर में महतारी एक्सप्रेस ने उफनती नदी पार कर गर्भवती को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया, डोली में बैठाकर 2 किमी पैदल तय किया रास्ता।
जगदलपुर (बस्तर)। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में मानवीय सेवा और समर्पण की मिसाल पेश करते हुए महतारी एक्सप्रेस (102) के कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने उफनती नदी पार की, फिर 2 किमी पैदल चलकर महिला को डोली में बिठाया और सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया। समय पर इलाज मिलने से महिला ने एक स्वस्थ कन्या को जन्म दिया।
25 किलोमीटर का संघर्षभरा सफर, उफनती नदी बनी चुनौती
यह मामला बस्तर जिले के बास्तानार ब्लॉक के बड़े बोदेनार गांव का है। गांव में रहने वाली गर्भवती महिला लच्छो को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 5 अगस्त को सुबह 10 बजे 102 महतारी एक्सप्रेस को कॉल किया। कॉल मिलते ही चालक उमेश वेट्टी तुरंत एंबुलेंस लेकर रवाना हो गया।
गांव से पहले एक उफनती नदी बह रही थी, जिसमें पुल नहीं था। बिना देर किए चालक ने बहाव के बावजूद नदी पार की और 2 किलोमीटर पैदल चलकर महिला तक पहुंचा।
ग्रामीणों के सहयोग से बनी डोली, फिर पार कराई नदी
चालक उमेश और परिजनों ने मिलकर डोली तैयार की और गर्भवती महिला को उसमें बैठाया। इसके बाद उसी रास्ते से वापस नदी पार कर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया। लोगों ने इस साहसिक प्रयास का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा भी किया।
अस्पताल में हुआ सुरक्षित प्रसव, महिला और नवजात दोनों स्वस्थ
लच्छो को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़े किलेपाल लाया गया, जहां समय पर इलाज मिलने से उसका सफल प्रसव हुआ। महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। परिजनों ने महतारी एक्सप्रेस के स्टाफ का आभार जताया।
महापौर बोले: यही है बस्तर की नई पहचान
इस घटना की जानकारी मिलते ही जगदलपुर महापौर संजय पांडे ने कहा, “बस्तर बदल रहा है। एंबुलेंस चालक ने सूझबूझ और साहस से जो किया, वो काबिले तारीफ है। ऐसे कर्मियों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है।”