
Indigo flight emergency landing –
इंडिगो की दिल्ली से श्रीनगर जा रही फ्लाइट 21 मई को ओलावृष्टि के चलते गंभीर टर्बुलेंस का शिकार हो गई। इस दौरान पायलट ने पाकिस्तान से उसके एयरस्पेस का उपयोग करने की अनुमति मांगी, लेकिन पाकिस्तान की ओर से अनुमति नहीं दी गई।
सूत्रों के अनुसार, जब फ्लाइट अमृतसर के ऊपर से गुजर रही थी, तब हल्का टर्बुलेंस शुरू हुआ। पायलट ने लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर पाकिस्तानी एयरस्पेस से गुजरने की इजाजत मांगी ताकि खराब मौसम से बचा जा सके, लेकिन लाहौर ATC ने साफ इनकार कर दिया।
इस कारण विमान को अपनी निर्धारित उड़ान पथ पर ही आगे बढ़ना पड़ा और बाद में अधिक गंभीर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। फ्लाइट में 227 यात्री सवार थे और झटकों के कारण यात्रियों में दहशत फैल गई। चीख-पुकार के बीच पायलट ने श्रीनगर ATC से संपर्क कर विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई।
लैंडिंग के बाद जांच में पाया गया कि विमान का अगला हिस्सा, जिसे नोज कोन कहा जाता है, क्षतिग्रस्त हो चुका था। सोशल मीडिया पर फ्लाइट के अंदर के वीडियो सामने आए, जिनमें लोग प्रार्थना करते और बच्चे रोते हुए नजर आ रहे हैं।
🔸 भारत-पाक तनाव और एयरस्पेस बंदी
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। इसके चलते 24 अप्रैल को पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया। जवाब में भारत ने भी पाकिस्तानी एयरलाइनों के लिए अपना एयरस्पेस बंद किया।
ICAO के नियमों के अनुसार, कोई भी देश किसी अन्य देश के लिए अपना एयरस्पेस अधिकतम एक महीने के लिए ही बंद कर सकता है। ऐसे में 23 मई के बाद पाकिस्तान को एयरस्पेस खोलना होगा।
🔸 फ्लाइट में मौजूद सांसद का बयान
TMC सांसद सागरिका घोष, जो अन्य चार पार्टी सदस्यों के साथ फ्लाइट में थीं, ने कहा कि उन्हें ऐसा लगा जैसे मौत सामने खड़ी है। उन्होंने पायलट की बहादुरी की सराहना की जिसने सबकी जान बचाई।
एक अन्य यात्री ने बताया कि लैंडिंग से करीब आधा घंटा पहले हल्के झटके शुरू हुए थे, लेकिन कुछ ही मिनटों में विमान तेज झटकों से हिलने लगा जिससे सभी डर गए।
🔸 टर्बुलेंस क्या होता है?
टर्बुलेंस उस स्थिति को कहते हैं जब हवा की गति या दिशा में अनियमितता के कारण विमान में झटके महसूस होते हैं। यह सामान्य उड़ान को प्रभावित करता है और यात्री असहज महसूस करते हैं।
टर्बुलेंस तीन प्रकार के होते हैं:
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हल्का: 1 मीटर तक ऊंचाई में बदलाव
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मध्यम: 3-6 मीटर तक ऊंचाई में बदलाव
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गंभीर: 30 मीटर तक ऊंचाई में उतार-चढ़ाव
🔸 क्या टर्बुलेंस से विमान क्रैश हो सकता है?
हालांकि आधुनिक विमानों को टर्बुलेंस सहने की क्षमता के साथ डिजाइन किया जाता है, फिर भी जोखिम बना रहता है। 1960 के दशक और बाद में कुछ दुर्घटनाएं टर्बुलेंस के कारण हुई थीं। जैसे:
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1994 में US फ्लाइट 1016 लैंडिंग के समय क्रैश हुई (37 मौतें)।
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1999 में एयरलाइन फ्लाइट 1420 रनवे से आगे निकल गई (11 मौतें)।
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2001 में अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 587 टेकऑफ के बाद क्रैश हुई (260 मौतें)।
हालांकि आज के दौर के पायलटों को इस तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
🔸 इंडिगो की प्रतिक्रिया
इंडिगो ने बयान में कहा कि फ्लाइट 6E 2142 को रास्ते में ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा। केबिन क्रू और पायलट ने सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए श्रीनगर में सुरक्षित लैंडिंग कराई। सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी को चोट नहीं आई है। DGCA द्वारा जांच की जा रही है।
Source -Dainik Bhaskar ( Indigo flight emergency landing – टर्बुलेंस में फंसी इंडिगो फ्लाइट की श्रीनगर में इमरजेंसी लैंडिंग, पाकिस्तान ने एयरस्पेस देने से किया इनकार )