
India vs England 1st Test: करुण नायर की वापसी और साई सुदर्शन का डेब्यू, इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत की बल्लेबाज़ी से शुरुआत
लीड्स, 20 जून 2025:
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स में शुरू हो गया है। रोहित शर्मा और विराट कोहली की गैरमौजूदगी में युवा कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम इंडिया मैदान में उतरी है। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी, जिसके बाद भारत ने बल्लेबाज़ी की शुरुआत की।
विमान हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि
भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने मैच से पहले अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में जान गंवाने वालों की याद में काली पट्टी बांधकर श्रद्धांजलि दी।
8 साल बाद करुण नायर की वापसी
करुण नायर, जिन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा था, आठ साल बाद फिर से भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बने हैं। उन्होंने अब तक 6 टेस्ट में 62.33 की औसत से रन बनाए हैं। यह वापसी क्रिकेट इतिहास की यादगार कहानियों में शामिल हो गई है।
अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी सीरीज
यह इतना आसान नहीं होने वाला है क्योंकि विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के संन्यास लेने के कारण भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है। इससे वह अनुभव के मामले में थोड़ा कमजोर नजर आती है। 25 वर्षीय गिल के लिए यह सीरीज अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी, क्योंकि इंग्लैंड की टीम ने ब्रेंडन मैकुलम की कोचिंग और बेन स्टोक्स की कप्तानी में टेस्ट मैच की बल्लेबाजी की परंपराओं को बदल दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम उनके आक्रामक रवैये का किस तरह से जवाब देती है।
साई सुदर्शन का डेब्यू
साई सुदर्शन ने इस मैच से टेस्ट करियर की शुरुआत की। उन्हें टेस्ट कैप अनुभवी बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने प्रदान की। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 49 मैचों में लगभग 39 की औसत से रन बनाए हैं।
भारत की प्लेइंग-11:
यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), करुण नायर, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा।
इंग्लैंड की प्लेइंग-11:
जैक क्राउली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, हैरी ब्रूक, बेन स्टोक्स (कप्तान), जेमी स्मिथ (विकेटकीपर), क्रिस वोक्स, ब्राइडन कार्स, जोश टंग, शोएब बशीर।
गिल की अग्निपरीक्षा
25 वर्षीय शुभमन गिल के लिए यह सीरीज एक कड़ी परीक्षा है। भारत अब तक केवल तीन बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत सका है (1971, 1986, 2007)। गिल के सामने अब इतिहास रचने का सुनहरा मौका है।
इंग्लैंड के गेंदबाज़ी आक्रमण में धार की कमी
एंडरसन और ब्रॉड के संन्यास और कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने से इंग्लैंड का गेंदबाज़ी आक्रमण कमजोर दिख रहा है। क्रिस वोक्स, ब्राइडन कार्स और शोएब बशीर जैसे नाम अनुभव की कमी से जूझ रहे हैं। दूसरी ओर, बुमराह, सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा का भारतीय तेज आक्रमण बेहद मजबूत नजर आता है।
कागजों में इंग्लैंड का बल्लेबाजी क्रम मजबूत
टेस्ट क्रिकेट में 36 शतकों सहित 13,000 से अधिक रन बनाने वाले जो रूट की मौजूदगी में इंग्लैंड की बल्लेबाजी कागजों पर भारत की तुलना में बेहतर नजर आती है। भारतीय टीम में सबसे अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल (58 टेस्ट, 3257 रन) हैं। लेकिन जसप्रीत बुमराह की अगुवाई वाला भारतीय गेंदबाजी आक्रमण इंग्लैंड की तुलना में मजबूत नजर आता है जिससे दोनों टीमों की स्थिति बराबर लगती है। ऐसा तब है जबकि तेज गेंदबाज बुमराह केवल तीन टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध है।
विश्लेषण
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भारतीय बल्लेबाज़ी अनुभवहीन लेकिन संभावनाओं से भरी हुई है।
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इंग्लैंड का आक्रामक अप्रोच भारत के धैर्य की परीक्षा लेगा।
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गिल के नेतृत्व की दिशा में पहला बड़ा कदम।
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