India Retail Inflation In August 2025-
नई दिल्ली। भारत में खुदरा महंगाई (Retail Inflation) के आंकड़ों में अगस्त 2025 के दौरान हल्की बढ़ोतरी देखी गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई जुलाई के 1.61% से बढ़कर अगस्त में 2.07% पर पहुंच गई।
📌 क्यों बढ़ी महंगाई?
यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से हरी सब्जियों, मछली, अंडा, खाने के तेल और अन्य रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों में इजाफे की वजह से हुई है।
📌 खाद्य महंगाई (Food Inflation)
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खाद्य महंगाई लगातार तीसरे महीने निगेटिव में रही, अगस्त में यह -0.69% दर्ज हुई।
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हालांकि जुलाई की तुलना में इसमें सुधार हुआ है, जब यह -1.76% पर थी।
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ग्रामीण इलाकों में मुद्रास्फीति जुलाई के 1.18% से बढ़कर अगस्त में 1.69% पर पहुंच गई।
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वहीं शहरी क्षेत्रों में महंगाई जुलाई के 2.10% से बढ़कर अगस्त में 2.47% हो गई।
खाद्य महंगाई में भी सुधार दर्ज किया गया है, जो जुलाई के -1.74% से बढ़कर अगस्त में -0.70% पर पहुंची।
📌 अलग-अलग सेक्टर का हाल
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हाउसिंग प्राइस: जुलाई के 3.17% से घटकर अगस्त में 3.09%।
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एजुकेशन खर्च: जुलाई के 4.11% से घटकर 3.60%।
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हेल्थ इन्फ्लेशन: जुलाई के 4.57% से घटकर 4.40%।
📌 RBI और एक्सपर्ट्स की राय
हालांकि खुदरा महंगाई में हल्की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन यह अब भी आरबीआई के लक्ष्य 2-6% की सीमा के भीतर है और हाल के वर्षों के मुकाबले काफी कम है।
आनंद राठी ग्रुप के मुख्य अर्थशास्त्री सुजान हाजरा ने कहा कि अगस्त 2025 में CPI आधारित मुद्रास्फीति 2.07% रही, जो सब्जियों और खाद्य तेलों की कीमतों की वजह से बढ़ी है। उन्होंने अनुमान जताया कि महंगाई के निचले स्तर पर बने रहने से RBI अक्टूबर की मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों में 0.25% की कटौती कर सकता है।
