
India Responds On Russia Imports -ट्रम्प की टैरिफ धमकी पर भारत का तीखा जवाब
अमेरिका खुद रूस से यूरेनियम, खाद और पैलेडियम खरीद रहा, फिर भारत को क्यों टारगेट किया जा रहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को भारत पर “अधिक टैरिफ” लगाने की धमकी दी थी। इसके जवाब में भारत सरकार ने पहली बार अमेरिका का नाम लेकर खुलकर पलटवार किया है। भारत ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय यूनियन खुद भी रूस से व्यापार कर रहे हैं, ऐसे में भारत को टारगेट करना “अनुचित और तर्कहीन” है।
भारत का बयान: “यूरेनियम, खाद, पैलेडियम… अमेरिका खुद मंगवा रहा रूस से”
भारत ने आंकड़े जारी कर कहा:
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अमेरिका अपने परमाणु ऊर्जा उद्योग के लिए रूस से यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड आयात कर रहा है।
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EV सेक्टर के लिए पैलेडियम, साथ ही खाद और रसायन भी मंगवाए जा रहे हैं।
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यूरोपीय संघ ने 2024 में 67.5 बिलियन यूरो का रूस से द्विपक्षीय व्यापार किया — जो भारत की तुलना में कई गुना अधिक है।
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यूरोपीय यूनियन ने 2024 में 1.65 करोड़ टन एलएनजी रूस से आयात किया, 2022 के रिकॉर्ड को पार किया।
भारत ने कहा कि ये सब दर्शाता है कि रूस के साथ व्यापार पर भारत को घेरना पूरी तरह पक्षपातपूर्ण है।
ट्रम्प की धमकी: “भारत रूस से तेल खरीदकर युद्ध को फंड कर रहा है”
सोशल मीडिया पर ट्रम्प ने लिखा:
“भारत को फर्क नहीं पड़ता कि रूस-यूक्रेन युद्ध में कितने लोग मारे जा रहे हैं। इसलिए मैं भारत पर टैरिफ बढ़ा रहा हूं।”
ट्रम्प ने भारत पर 7 अगस्त से 25% टैरिफ लागू करने की घोषणा की है।
चीन पर चुप्पी: रूस से सबसे ज्यादा तेल चीन खरीद रहा
आंकड़ों के अनुसार:
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दिसंबर 2022 – जून 2025 में रूस से क्रूड का 47% चीन को गया।
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भारत का हिस्सा 38%, EU और तुर्किए का सिर्फ 6%-6% रहा।
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लेकिन ट्रम्प चीन का नाम नहीं ले रहे।
अमेरिका और EU खुद भी रूस से कर रहे भारी व्यापार
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अमेरिका ने 2024 में 3 अरब डॉलर और 2025 की शुरुआत में 2.09 अरब डॉलर का रूस से आयात किया।
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EU ने 2024 में 72.9 अरब डॉलर का रूस से द्विपक्षीय व्यापार किया।
इसमें एलएनजी, उर्वरक, इस्पात, मशीनरी, रसायन आदि शामिल हैं।
ट्रम्प के सलाहकार बोले – भारत भरोसे लायक नहीं
स्टीफन मिलर, ट्रम्प के सलाहकार ने कहा:
“भारत हमें अपना करीबी बताता है, लेकिन अमेरिकी सामानों पर भारी टैरिफ लगाता है और रूस से सस्ता तेल खरीद रहा है।”
मिलर ने भारत पर इमिग्रेशन पॉलिसी का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया।
रॉयटर्स रिपोर्ट: भारतीय कंपनियों को रूस से तेल में अब फायदा नहीं
रॉयटर्स की रिपोर्ट कहती है:
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IOC, BPCL, HPCL ने रूस से तेल खरीदी घटाई।
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डिस्काउंट कम होने और शिपिंग में दिक्कत की वजह से रूस से क्रूड की मांग घटी है।
अमेरिका से भारत ने बढ़ाया तेल आयात
टैरिफ ऐलान के बाद अप्रैल-जून तिमाही में अमेरिका से तेल आयात 114% बढ़ा है।
दवाओं की कीमत में राहत
NPPA ने 37 जरूरी दवाओं की कीमतों में 10-15% की कटौती की है। इनमें पेरासिटामॉल, एटोरवास्टेटिन, एमोक्सिसिलिन शामिल हैं।
निष्कर्ष:
भारत ने ट्रम्प की धमकी पर सटीक जवाब दिया है। उसने अमेरिका और यूरोपीय देशों के दोहरे मापदंड उजागर करते हुए साफ किया कि वह अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेगा।