
INDIA-PAK तनाव: नई दिल्ली – भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच, भारत ने 14 मई तक अपने 32 नागरिक हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह निर्णय पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे ड्रोन हमलों की पृष्ठभूमि में लिया गया है। शुक्रवार देर रात को श्रीनगर एयरपोर्ट सहित उत्तर और पश्चिम भारत के 26 विभिन्न स्थानों पर ड्रोन हमलों को भारतीय सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार तड़के भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कम से कम चार एयरबेसों को निशाना बनाते हुए जवाबी कार्रवाई की। इससे भारत-पाक के बीच तनाव में और वृद्धि हो गई है।
32 हवाई अड्डों पर उड़ानों पर रोक
डीजीसीए ने जानकारी दी कि श्रीनगर, अमृतसर, चंडीगढ़, भुज, जैसलमेर, जम्मू, जोधपुर, पठानकोट, लेह जैसे कुल 32 एयरपोर्ट पर 15 मई तक सभी नागरिक उड़ानों को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। यह फैसला सुरक्षा कारणों के तहत लिया गया है क्योंकि सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों की आशंका बनी हुई है।
इन हवाई अड्डों की सूची में आदमपुर, अम्बाला, अमृतसर, अवंतीपुर, बठिंडा, भुज, बीकानेर, चंडीगढ़, हलवारा, हिंडन, जैसलमेर, जम्मू, जामनगर, जोधपुर, कांडला, कांगड़ा (गग्गल), केशोद, किशनगढ़, कुल्लू मनाली (भुंतर), लेह, लुधियाना, मुंद्रा, नलिया, पठानकोट, पटियाला, पोरबंदर, राजकोट (हीरासर), सरसावा, शिमला, श्रीनगर, थोईस और उत्तरलाई शामिल हैं।
पाकिस्तान के ड्रोन हमले और भारत की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने तीसरी रात भी भारत के कई क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले किए। इस बार कश्मीर के बारामूला से लेकर गुजरात के भुज तक ड्रोन देखे गए। भारत सरकार के अनुसार, पाकिस्तान ने तुर्की निर्मित 300-400 ड्रोन का इस्तेमाल कर 36 स्थानों पर भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को लक्ष्य बनाने का प्रयास किया।
भारतीय सेना ने बताया कि इन ड्रोन हमलों को ‘काइनेटिक’ और ‘नॉन-काइनेटिक’ तकनीकों का उपयोग कर निष्क्रिय कर दिया गया। ड्रोन को जम्मू, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, फिरोजपुर, पठानकोट, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज, लक्की नाला समेत कई स्थानों पर देखा गया।
श्रीनगर से जैसलमेर तक ब्लैकआउट और सायरन
श्रीनगर और जम्मू से लेकर राजस्थान के जैसलमेर और जोधपुर तक, सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिकों को अलर्ट रहने को कहा गया। कई इलाकों में रात में लाइटें बंद करने की सार्वजनिक घोषणाएं की गईं और सायरन बजाए गए। सांबा और जम्मू जिलों में भी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी गोलीबारी दर्ज की गई।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की आलोचना
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान द्वारा भारतीय धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने की आलोचना करते हुए कहा कि इस्लामाबाद का यह प्रयास एक “विक्षिप्त कल्पना” है और इसका उद्देश्य दुनिया को गुमराह करना है। उन्होंने अमृतसर के एक गुरुद्वारे पर हमले का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत को साम्प्रदायिक तौर पर भड़काने की कोशिश कर रहा है।
BSF ने घुसपैठ की कोशिश नाकाम की
बीएसएफ ने बताया कि गुरुवार रात जम्मू सीमा पर की गई घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया गया जिसमें 7 आतंकवादियों को मार गिराया गया और एक पाकिस्तानी रेंजर पोस्ट को नष्ट किया गया। एलओसी के पास के क्षेत्रों में पाकिस्तान की भारी गोलीबारी से 2 नागरिकों की मौत हो गई, जिससे हाल ही में मृतकों की संख्या 18 हो गई है।
पीएम मोदी की हाई-लेवल मीटिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इसमें रक्षा मंत्री, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भाग लिया। बैठक में पाकिस्तान की आक्रामक गतिविधियों का जवाब देने के लिए भविष्य की रणनीति पर विचार किया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत जवाबी हमला
भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया। यह हमला पहलगाम में हुए नरसंहार (जिसमें 26 नागरिक मारे गए) के जवाब में किया गया।
📡 तकनीकी विश्लेषण और सुरक्षा चिंताएं
विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने जानबूझकर अपने नागरिक विमानों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया। इसके बावजूद भारतीय रक्षा प्रणालियों ने प्रभावी प्रतिक्रिया दी। सिंह ने बताया कि ड्रोन हमलों का उद्देश्य भारत की वायु रक्षा क्षमताओं की जांच और खुफिया जानकारी जुटाना था।
ड्रोन मलबे की शुरुआती जांच में पता चला है कि हमले में तुर्की का असिसगार्ड सोंगर ड्रोन इस्तेमाल किया गया था। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पार भारी तोपों और सशस्त्र ड्रोन से हमला किया जिससे भारतीय सैनिक भी घायल हुए। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भी भारी नुकसान हुआ।
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Source -etv