
IDBI Bank Privatization
IDBI Bank Privatization: शेयर खरीद समझौते पर चर्चा पूरी, अक्टूबर तक हो सकती है रणनीतिक बिक्री
नई दिल्ली | जुलाई 2025:
तीन वर्षों से चल रही IDBI बैंक के निजीकरण प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। सरकार ने संभावित निवेशकों के साथ शेयर खरीद समझौते (Share Purchase Agreement – SPA) पर बातचीत पूरी कर ली है और उम्मीद है कि अक्टूबर 2025 तक रणनीतिक बिक्री की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
सरकार और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) संयुक्त रूप से IDBI बैंक में अपनी कुल 60.72% हिस्सेदारी बेचने की योजना पर काम कर रहे हैं। इसमें सरकार की 30.48% हिस्सेदारी और LIC की 30.24% हिस्सेदारी शामिल है।
EOI प्रक्रिया से शुरू हुआ सफर
सरकार ने अक्टूबर 2022 में निवेशकों से रुचि पत्र (EOI) आमंत्रित किए थे। इसके बाद जनवरी 2023 में DIPAM को कई निवेशकों से प्रतिक्रियाएं मिलीं। इसके बाद सुरक्षा मंजूरी गृह मंत्रालय से मिल चुकी है और RBI ने भी ‘Fit and Proper’ मूल्यांकन को हरी झंडी दे दी है।
डेटा रूम की ड्यू डिलिजेंस जारी
वर्तमान में डेटा रूम में निवेशकों द्वारा ड्यू डिलिजेंस प्रक्रिया की जा रही है। अधिकारी के अनुसार, सरकार जल्द ही वित्तीय बोलियां (Financial Bids) आमंत्रित करेगी और सबसे उपयुक्त खरीदार का चयन करेगी।
शेयर बाजार में IDBI की स्थिति
IDBI बैंक के शेयर BSE पर 0.40% की गिरावट के साथ 99.50 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे। निवेशकों को अब बैंक के भविष्य को लेकर और स्पष्टता की उम्मीद है, जिससे बाजार में गतिविधि और बढ़ सकती है।
क्या कहता है वित्त मंत्रालय?
वित्त मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के अनुसार,
“यह प्रक्रिया हमारे रणनीतिक विनिवेश लक्ष्यों का हिस्सा है। हम पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी बोली के ज़रिए योग्य निवेशक को चयनित करने जा रहे हैं।”
निष्कर्ष:
IDBI बैंक का निजीकरण भारत सरकार की बैंकिंग सेक्टर में सुधार और राजकोषीय प्रबंधन को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अगर यह डील अक्टूबर तक पूरी हो जाती है, तो यह एक बड़ा आर्थिक संकेतक साबित होगा।
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