Durg-Bhilai Accident News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग और भिलाई में शनिवार को दो अलग-अलग सड़क हादसों में 4 लोगों की मौत हो गई। इन हादसों में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
केस-1: दुर्ग में बर्थडे केक लेने निकले बाप-बेटे की मौत

पहली घटना दुर्ग के नंदिनी नगर टाउनशिप वार्ड-9 की है। जानकारी के मुताबिक, सुखदेव साहू (35) बीएसपी में ठेका श्रमिक के तौर पर काम करते थे। शनिवार शाम को पत्नी का बर्थडे सेलिब्रेट करने वह अपने बेटे अरमान (6) और बेटी आराग्या (8) के साथ बाइक पर निकले थे। पुराना नागरिक कल्याण कॉलेज के पास बाइक सवार नितिन बारले और खेमलाल बघेल ने उसकी बाइक को जोरादर टक्कर मार दी।
इस हादसे में सभी गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंचे स्थानीय और परिजनों ने घायलों को सेक्टर-9 अस्पताल में भर्ती करवाया। अरमान की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज देकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। वहीं पिता को भी डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने लगाया एम्बुलेंस नहीं मिलने का आरोप
आराग्या, नितिन और खेमलाल की हालत गंभीर है। तीनों का इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि खेमलाल को आईसीयू में रखा गया है। इधर, मृतकों के परिजनों का आरोप है कि उन्हें एम्बुलेंस नहीं मिली थी। वो अपने निजी वाहन से पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। लेकिन वहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। इसके बाद घायलों को जिला अस्पताल और सेक्टर-9 में ले जाया गया।
स्वास्थ्य सुविधाओं पर गुस्सा
स्थानीय लोगों ने नंदिनी क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यदि समय पर एंबुलेंस और डॉक्टरों की सुविधा मिलती तो शायद सुखदेव और उनके बेटे की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि नंदिनी जैसे बड़े क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं में लोगों की जान बचाई जा सके।
केस-2: भिलाई में कार हादसे में 2 दोस्तों की

दूसरी घटना भिलाई को बोरी थाना क्षेत्र की है। मिली जानकारी के मुताबिक, 19 सितंबर को तीन दोस्त आशीष चौधरी, ए. रविश कुमार और दीपक सिंह कार पर सवार होकर कवर्धा घूमने गए थे। उसी रात लौट रहे थे। तभी 9 बजे ग्राम बड़े पूरदा के पास लिटिया-बोरी मार्ग पर उनकी गाड़ी का बैलेंस बिगड़ा और गड्ढे में जा गिरी। हादसे में तीनों गंभीर रूप से घायल गए।
कार चला रहे युवक के खिलाफ केस दर्ज
स्थानीय लोगों की मदद से तीनों घायलों को सीएचसी अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि आशीष चौधरी और रविश कुमार की हालत बेहद गंभीर है। कुछ देर के बाद दोनों की मौत हो गई। कार चालक दीपक सिंह की स्थिति बताई जा रही है। 20 सितंबर को मृतकों के परिजनों के शिकायत पर पुलिस ने दीपक के खिलाफ केस दर्ज किया है।
उसके खिलाफ धारा 105-BNS (लापरवाही से मृत्यु कारित करना), 184-LKS (खतरनाक ड्राइविंग) और 185-LKS (शराब पीकर वाहन चलाना) के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है। फिलहाल, पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
निष्कर्ष:
दुर्ग और भिलाई की ये दर्दनाक घटनाएं फिर से सड़क सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की लापरवाही पर सवाल खड़े करती हैं। परिजनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बेहतर स्वास्थ्य और ट्रैफिक व्यवस्था की मांग की है।
