
Doha Diamond League 2025: नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग 2025 में रचा इतिहास, 90 मीटर से अधिक का थ्रो कर भी रहे दूसरे स्थान पर
भारत के भाला फेंक एथलीट और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली बार अपने करियर में 90 मीटर से अधिक का थ्रो किया। उन्होंने 90.23 मीटर की दूरी तय की, लेकिन इसके बावजूद उन्हें प्रतियोगिता में दूसरा स्थान मिला। जर्मनी के जूलियन वेबर ने अंतिम प्रयास में 91.06 मीटर का थ्रो करके नीरज को पीछे छोड़ते हुए जीत हासिल की।
नीरज की बेहतरीन शुरुआत
प्रतियोगिता की शुरुआत नीरज ने प्रभावशाली ढंग से की। उन्होंने पहले ही प्रयास में 88.44 मीटर का थ्रो किया और सबसे आगे रहे। उनके मुकाबले ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 85.64 मीटर, जूलियन वेबर ने 83.82 मीटर और जूलियस येगो ने 68.81 मीटर थ्रो किया। भारत के एक और भाला फेंक खिलाड़ी किशोर जेना ने पहले प्रयास में 68.07 मीटर की दूरी तय की।
दूसरे प्रयास में फाउल
हालांकि दूसरे प्रयास में नीरज चोपड़ा को फाउल का सामना करना पड़ा। वहीं किशोर जेना ने इस राउंड में 78.60 मीटर का थ्रो किया। तीसरे प्रयास में नीरज ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पहली बार 90 मीटर के पार थ्रो किया और 90.23 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।
करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
नीरज के करियर का यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा। इससे पहले उनका सर्वोच्च प्रदर्शन 89.94 मीटर था, जो उन्होंने 2022 की स्टॉकहोम डायमंड लीग में किया था। वहीं, जूलियन वेबर ने तीसरे प्रयास में 89.06 मीटर का थ्रो किया और किशोर जेना इस बार फाउल कर बैठे। तीन प्रयासों के बाद नीरज शीर्ष पर चल रहे थे।
निर्णायक पल: अंतिम राउंड में पिछड़े नीरज
चौथे प्रयास में नीरज ने 80.56 मीटर की दूरी तय की, जबकि पांचवां प्रयास फाउल रहा। जूलियन वेबर ने चौथे प्रयास में 88.05 मीटर और पांचवें में 89.94 मीटर की दूरी तक भाला फेंका। छठे और अंतिम प्रयास में उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 91.06 मीटर की दूरी तय की, जिससे नीरज दूसरे स्थान पर खिसक गए। नीरज ने छठे प्रयास में 88.20 मीटर का थ्रो किया।
अन्य भारतीयों का प्रदर्शन
किशोर जेना 78.60 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ प्रतियोगिता में आठवें स्थान पर रहे। वहीं भारत के गुलवीर सिंह ने पुरुषों की 5000 मीटर दौड़ में 13 मिनट 24.32 सेकंड का समय निकालते हुए नौवां स्थान प्राप्त किया। यह गुलवीर का डायमंड लीग में पहला प्रदर्शन था। केन्या के रेनोल्ड चेरुयोत ने इस रेस में पहला स्थान हासिल किया।