
धरती आबा जनजागरूकता अभियान: मगरलोड और नगरी ब्लॉक में जागरूकता शिविर, ग्रामीणों को मिली कई योजनाओं की सौगात
छत्तीसगढ़, 30 जून 2025:
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू किए गए “धरती आबा जनजागरूकता अभियान” के अंतर्गत मगरलोड और नगरी विकासखंड के गांवों में सफल जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों का उद्देश्य था ग्रामीणों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना और उन्हें इनका लाभ सरलता से उपलब्ध कराना।
ग्राम परेवाडीह, मगरलोड में जनसेवाओं का केंद्र बना शिविर

परेवाडीह (मगरलोड):
ग्राम परेवाडीह में आयोजित शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा निम्न सेवाएं प्रदान की गईं:
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10 आधार कार्ड अपडेट किए गए
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3 लाभार्थियों का आयुष्मान भारत योजना के तहत पंजीयन हुआ
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15 नए नाम राशन कार्ड में जोड़े गए और 1 नया कार्ड जारी किया गया
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20 लोगों को जाति प्रमाण पत्र जारी किए गए
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23 श्रमिकों का श्रम कार्ड पंजीयन
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47 ग्रामीणों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच
ग्रामीणों ने बढ़-चढ़ कर भागीदारी की, और स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधियों तथा स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग सराहनीय रहा।
पथरीडीह में पर्यावरण और आदिवासी विचारों को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम

पथरीडीह (नगरी):
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, पथरीडीह में धरती आबा जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य था:
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पर्यावरण संरक्षण
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जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता
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बिरसा मुंडा के विचारों का प्रसार
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय प्राचार्य द्वारा बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद छात्रों ने प्रेरक भाषण, नाटक, समूह गीत और नृत्य प्रस्तुत किए। स्थानीय प्रतिनिधियों, अभिभावकों और नागरिकों की मौजूदगी ने आयोजन को सार्थकता दी।
ग्राम बरबांधा, नगरी में जनभागीदारी शिविर ने बढ़ाया जागरूकता का दायरा

बरबांधा (नगरी):
यहाँ पर “धरती आबा जन भागीदारी अभियान” के अंतर्गत विशेष शिविर में ग्रामीणों को कई योजनाओं का लाभ मिला, जिनमें प्रमुख रहे:
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आयुष्मान भारत कार्ड निर्माण, जिससे हर पात्र व्यक्ति को ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा लाभ
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आधार कार्ड सुधार और आवेदन प्रक्रिया
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पेंशन और स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पंजीयन
विभिन्न विभागों—जैसे महिला एवं बाल विकास, पंचायत, कृषि, विद्युत, वन, सामाजिक न्याय एवं मनरेगा—के प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से संवाद कर समस्याएं सुनीं और मौके पर ही समाधान किया।

निष्कर्ष: शासन योजनाएं अब अंतिम व्यक्ति तक
इन आयोजनों ने यह सिद्ध किया कि धरती आबा अभियान ग्रामीण जीवन को सुधारने और सरकारी सेवाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में एक प्रभावी और जनसहभागिता-आधारित मॉडल बनकर उभरा है। ग्रामीणों ने इन शिविरों को भविष्य में भी जारी रखने की मांग करते हुए सरकार का आभार व्यक्त किया।
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