Delhi Pollution -नई दिल्ली |
दिवाली की रात के बाद दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। लोगों ने सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद रातभर पटाखे फोड़े, जिससे राजधानी की एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, रविवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 400 के पार रिकॉर्ड किया गया। शहर के 38 में से 36 मॉनिटरिंग स्टेशन रेड जोन में हैं।
द्वारका में AQI 417, अशोक विहार में 404, वजीरपुर में 423, और आनंद विहार में 404 दर्ज किया गया।
💥 सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद रातभर फूटे पटाखे
सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली के दिन दिल्ली-NCR में रात 8 से 10 बजे तक केवल ग्रीन पटाखों की अनुमति दी थी। इसके बावजूद कई इलाकों में आधी रात तक आतिशबाजी होती रही।
इस वजह से प्रदूषण स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया।
⚠️ GRAP स्टेज और लागू प्रतिबंध
GRAP (Graded Response Action Plan) के अनुसार:
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स्टेज I: खराब (AQI 201–300)
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स्टेज II: बहुत खराब (AQI 301–400)
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स्टेज III: गंभीर (AQI 401–450)
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स्टेज IV: गंभीर प्लस (AQI >450)
वर्तमान में GRAP-I लागू है। इसके तहत एंटी-स्मॉग गन का उपयोग, पानी का छिड़काव, सड़क निर्माण में धूल नियंत्रण और कचरा जलाने पर रोक जैसे 27 कदम लागू किए गए हैं।
😷 डॉक्टरों की सलाह – मास्क पहनना जरूरी
गाजियाबाद के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शरद जोशी ने कहा –
“बढ़ते प्रदूषण में बिना मास्क घर से निकलना खतरनाक है।
लोग N95 या डबल सर्जिकल मास्क पहनें और सुबह की वॉक या रनिंग से बचें।”
🌧️ कृत्रिम बारिश से मिल सकती है राहत
दिल्ली सरकार ने बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए क्लाउड सीडिंग (Artificial Rain) की तैयारी पूरी कर ली है।
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि दिवाली के बाद चुनिंदा इलाकों में कृत्रिम बारिश कराई जाएगी।
मौसम विभाग की अनुमति मिलते ही इसका ट्रायल किया जाएगा।
🌾 पराली जलाना भी बड़ी वजह
हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के मामले तेजी से बढ़े हैं।
CAQM Act 2021 के तहत पराली जलाने पर जुर्माने का प्रावधान है:
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2 एकड़ तक ₹5,000
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2–5 एकड़ पर ₹10,000
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5 एकड़ से अधिक पर ₹30,000
NGT ने 2015 में पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था, लेकिन पालन में ढिलाई अब भी जारी है।
