Cough Syrup Ban In Chhattisgarh -मध्यप्रदेश में ‘कोल्ड्रिफ’ सिरप से 16 बच्चों की मौत के बाद छत्तीसगढ़ सरकार अलर्ट, सभी जिलों में निर्देश जारी
रायपुर। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में ‘कोल्ड्रिफ कफ सिरप’ (Coldrif Syrup) से 16 बच्चों की मौत के बाद छत्तीसगढ़ सरकार सतर्क हो गई है।
राज्य में अब 2 साल से कम उम्र के बच्चों को किसी भी तरह की खांसी की सिरप देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की नई एडवाइजरी के मुताबिक,
“2 साल से कम आयु के बच्चों को कोई भी कफ सिरप या सर्दी-जुकाम की दवा नहीं दी जानी चाहिए।
5 साल से कम उम्र के बच्चों में भी ऐसी दवाओं से बचना चाहिए।”
⚠️ डॉक्टर की सलाह के बिना दवा देने पर कार्रवाई
राज्य सरकार ने सभी सीएमएचओ, सिविल सर्जन और अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि केंद्र की गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो।
मेडिकल स्टोर संचालकों को भी चेतावनी दी गई है कि
बिना डॉक्टर की पर्ची के कोई भी सिरप या कॉम्बिनेशन ड्रग नहीं बेचें।
उल्लंघन करने पर ड्रग इंस्पेक्शन टीम द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
🧪 ड्रग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की जांच शुरू
छत्तीसगढ़ में दवा निर्माण इकाइयों की “रिस्क-बेस्ड इंस्पेक्शन” शुरू की गई है।
ड्रग इंस्पेक्टर्स की टीम फार्मेसियों में अचानक निरीक्षण कर रही है।
CGMSC (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन) के अनुसार—
जिन दो कंपनियों पर अन्य राज्यों में कार्रवाई हुई है,
वे छत्तीसगढ़ में रजिस्टर्ड नहीं हैं, और उनकी कोई सरकारी सप्लाई नहीं रही है।
🧴 रायपुर में ‘Coldrif’ सिरप उपलब्ध नहीं
रायपुर दवा संघ के उपाध्यक्ष अश्वनी विग ने बताया—
“Coldrif सिरप छत्तीसगढ़ में अभी लॉन्च नहीं हुआ है।
यह तमिलनाडु की श्री सन फार्मा कंपनी बनाती है,
जिसका छत्तीसगढ़ में कोई डिपो नहीं है।”
राजधानी रायपुर में लगभग 3 हजार, जबकि पूरे प्रदेश में 8 हजार दवा दुकानें हैं।
सभी को निर्देश दिए गए हैं कि शेड्यूल H-1 ड्रग्स केवल डॉक्टर की पर्ची पर ही बेची जाएं।
👩⚕️ तीनों स्तरों पर एडवाइजरी जारी
🧍♂️ मरीजों के लिए
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बिना डॉक्टर के सलाह बच्चों को कफ सिरप न दें।
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झोलाछाप डॉक्टरों से बचें।
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यदि बच्चा 6 घंटे तक पेशाब न करे, तुरंत डॉक्टर से मिलें।
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स्वच्छता रखें, पानी उबालकर पीएं, ताजा खाना खिलाएं।
💊 मेडिकल स्टोर के लिए
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बिना प्रिस्क्रिप्शन के कोई कफ सिरप या एंटीबायोटिक न दें।
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प्रतिबंधित सिरप या फॉर्मूलेशन तुरंत स्टॉक से हटाएं।
👨⚕️ डॉक्टरों के लिए
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6 घंटे तक यूरिन न करने वाले बच्चों को ऑब्जर्वेशन में रखें।
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जरूरत पड़ने पर हायर सेंटर रेफर करें।
🧬 MP रिपोर्ट में खुलासा – Coldrif में जहरीला केमिकल DEG मिला
मध्यप्रदेश सरकार की जांच रिपोर्ट में Coldrif सिरप में 46.2% Diethylene Glycol (DEG) पाया गया।
तमिलनाडु की रिपोर्ट में भी यह मात्रा 48.6% थी।
इसी जहरीले केमिकल के कारण बच्चों की किडनी फेल हुई।
बाकी दो सिरप — Nextro-DS और Meftol-P की रिपोर्ट ‘OK’ बताई गई है।
❌ Coldrif और Nextro-DS सिरप पर बैन
मध्यप्रदेश और तमिलनाडु दोनों ने Coldrif व Nextro-DS सिरप को प्रतिबंधित कर दिया है।
CM मोहन यादव ने बताया कि यह निर्णय बच्चों की मौत की जांच रिपोर्ट के बाद लिया गया।
तीन जांच टीमें गठित की गई हैं।
📊 छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ का दवा कारोबार
राज्य में दवा कारोबार का आकार करीब ₹500 करोड़ है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि बच्चों के लिए दी जाने वाली दवाओं पर निगरानी बढ़ाई जाए
और आम जनता को भी जागरूक किया जाए कि वे बिना चिकित्सकीय परामर्श कोई दवा न दें।
