
Corona New Variant in India -कोरोना मामलों में तेजी से उछाल, नया वैरिएंट चिंता का कारण
देश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में तेजी देखी जा रही है। बीते एक हफ्ते में संक्रमण के मामलों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। कोरोना के नए वैरिएंट्स ने चिंता बढ़ा दी है, और इसने उन लोगों को भी संक्रमित करना शुरू कर दिया है, जिन्होंने वैक्सीन ली हुई है। सवाल उठता है – क्या मौजूदा वैक्सीन इस नए वैरिएंट पर असरदार है? क्या दोबारा लॉकडाउन लगाया जा सकता है?
एक हफ्ते में 787 नए मामले, एक्टिव केस हजार के पार
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 26 मई 2025 तक देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 1047 हो गई है, जो पिछले हफ्ते 257 थी। इस हफ्ते संक्रमण के कारण 9 मौतें भी दर्ज की गईं। केरल और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं।
नया वैरिएंट कौन-सा है और कितना गंभीर है?
फिलहाल भारत में कोरोना के चार नए वैरिएंट पाए गए हैं – JN.1, XFG, LF.7, और NB.1.8.1। इनमें सबसे अधिक प्रभाव JN.1 का देखा जा रहा है जो अब तक 53% संक्रमित सैंपल्स में पाया गया है। यह वैरिएंट पहले दिसंबर 2023 में केरल में मिला था और अब तीव्रता से फैल रहा है।
यह वैरिएंट बेहद संक्रामक माना जा रहा है। यह उन लोगों को भी संक्रमित कर रहा है जो पहले संक्रमित हो चुके हैं या जिन्हें टीका लगाया गया है। हालांकि यह डेल्टा या शुरुआती ओमिक्रॉन की तरह घातक नहीं है।
नया वैरिएंट कैसे फैलता है?
नई रिपोर्ट्स के अनुसार, JN.1 और अन्य वैरिएंट्स ड्रॉपलेट्स, सीधा संपर्क, दूषित सतहों और हवा के माध्यम से तेजी से फैलते हैं। WHO के अनुसार, JN.1 का RO (Reproduction Number) 4 से 6 के बीच है, जो इसे अत्यधिक संक्रामक बनाता है।
क्या वैक्सीनेटेड लोग भी संक्रमित हो सकते हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही वैक्सीन ने पहले वायरस से रक्षा की हो, लेकिन नया वैरिएंट वैक्सीनेटेड लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। हालांकि, वैक्सीन से प्राप्त प्रतिरक्षा प्रणाली अब भी शरीर को गंभीर संक्रमण से बचाने में सक्षम हो सकती है।
किसे है ज्यादा खतरा?
डॉक्टर्स के अनुसार, कोरोना के नए वैरिएंट से निम्न वर्ग के लोग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं:
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65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग
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एक साल से छोटे बच्चे
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जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है
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जो ज्यादा यात्रा करते हैं
क्या मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग फिर जरूरी है?
विशेषज्ञों का कहना है कि सुरक्षा के लिए मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़भाड़ से बचना फिर से जरूरी हो गया है। पुरानी सावधानियों को दोबारा अपनाना अब जरूरी हो सकता है।
नए वैरिएंट पर कौन-सी वैक्सीन असरदार है?
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फाइजर-बायोएनटेक – JN.1, LF.7, XFG के लिए प्रभावी (50-60%)
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मॉडर्ना – NB.1.8.1 समेत अन्य वैरिएंट्स पर असरदार
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नोवावैक्स/कोवोवैक्स – 80-90% तक प्रभावी, खासकर JN.1 के लिए
क्या दोबारा लॉकडाउन लग सकता है?
फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं बनी है कि देश में लॉकडाउन लगाया जाए। नया वैरिएंट तेजी से फैल जरूर रहा है, लेकिन उसकी गंभीरता पहले जैसे नहीं है। यदि आने वाले समय में कोई और खतरनाक वैरिएंट सामने आता है, तब लॉकडाउन जैसी परिस्थिति पर विचार हो सकता है। अभी सरकार निगरानी और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत कर रही है।