Congress Vote chor gaddi chhod sabha -बिलासपुर में कांग्रेस की ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ सभा, पायलट और बघेल ने साधा भाजपा पर निशाना
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कांग्रेस की बड़ी सभा आयोजित हुई, जिसका नाम रखा गया ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’। इस सभा में कांग्रेस के कई बड़े नेता मंच पर मौजूद रहे।
भूपेश बघेल का भाजपा पर हमला
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,
“अब नेताओं से निवेदन है कि यह न कहें कि हमारी सरकार ने काम नहीं किया और हम हार गए। सच यह है कि बीजेपी ने वोट चोरी की, जिसकी वजह से हम हारे।”
उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में बिजली महंगी हो चुकी है, किसान खाद और बोनस के लिए परेशान हैं। राहुल गांधी ने मतदाताओं का प्रमाण पेश कर भाजपा की सच्चाई उजागर की है। बघेल ने दावा किया कि आने वाले दिनों में ‘वोट चोरी के खिलाफ हाइड्रोजन बम’ फूटेगा।
सचिन पायलट का बयान
सभा से पहले रायपुर में सचिन पायलट ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा—
“डबल इंजन सरकार सिर्फ धुआं फेंक रही है, जनता की समस्याओं पर कोई काम नहीं हो रहा।”
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर नहीं, बल्कि कांग्रेस की एकजुटता से लड़े जाएंगे।
चरणदास महंत और अन्य नेताओं के आरोप
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चरणदास महंत ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव में 44 सीटों के रिकॉर्ड बदले गए।
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टीएस सिंहदेव ने कहा कि चुनाव की तारीख पहले भाजपा कार्यालय से तय होती है और फिर चुनाव आयोग घोषित करता है।
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ताम्रध्वज साहू ने कहा कि राहुल गांधी ने सरकार की पोल खोलने का नया तरीका अपनाया है और अब कार्यकर्ताओं को आंदोलन को गांव-गांव तक ले जाना होगा।
दीपक बैज का सीधा हमला
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने सभा में कहा कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से सरकार बनी है। उन्होंने मंच से नारा दिया—
“देश का सबसे बड़ा वोट चोर कौन? नरेंद्र मोदी। वोट चोर, गद्दी छोड़।”
बैज ने चेतावनी दी कि आने वाले समय में सत्ता परिवर्तन निश्चित है और छत्तीसगढ़ के हर गली-मोहल्ले तक आंदोलन पहुंचेगा।
सभा में जुटी भारी भीड़
बिलासपुर के मुंगेली नाका ग्राउंड में आयोजित इस सभा में हजारों कार्यकर्ता और समर्थक पहुंचे। भीड़ इतनी अधिक थी कि कई लोगों को मंच के सामने बैठने की जगह भी नहीं मिल सकी।
निष्कर्ष
बिलासपुर की इस सभा में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर वोट चोरी, चुनाव आयोग की मिलीभगत और जनता की समस्याओं की अनदेखी जैसे आरोप लगाए। नेताओं का कहना है कि अब आंदोलन गांव-गांव तक ले जाकर भाजपा को कड़ी चुनौती दी जाएगी।
