Congress Sabha In Chhattisgarh-
रायगढ़/रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव हार के बाद ‘वोट चोर-गद्दी छोड़’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत 16 सितंबर से 18 सितंबर तक रायगढ़ से भिलाई तक पदयात्रा होगी। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट भी शामिल हो रहे हैं।
3 दिन का कार्यक्रम
📌 16 सितंबर – रायगढ़ से हस्ताक्षर अभियान और सभा की शुरुआत, शाम को कोरबा में मशाल रैली।
📌 17 सितंबर – तखतपुर, मुंगेली और बेमेतरा में पदयात्रा और जनसभाएं।
📌 18 सितंबर – राजनांदगांव, दुर्ग और भिलाई में समापन कार्यक्रम।
👉 समापन मौके पर सचिन पायलट, भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव समेत कई दिग्गज मौजूद रहेंगे।
बिलासपुर सभा में गुटबाजी खुलकर सामने आई
इससे पहले 9 सितंबर को बिलासपुर में हुई कांग्रेस की सभा में नेताओं की गुटबाजी साफ नजर आई थी।
पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया ने मंच से कहा था – “हमारे कार्यकर्ता कोई चमचा नहीं हैं, सब कांग्रेस पार्टी के सिपाही हैं।”
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत पर इशारों-इशारों में निशाना साधा।
दरअसल, महंत ने 3 सितंबर को रायपुर में जिला अध्यक्षों की बैठक में कहा था कि “बयानबाजी हमारी नहीं, चमचों की गलती है।” इस बयान के बाद से पार्टी में विवाद गहरा गया।
भूपेश बनाम टीएस सिंहदेव
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा – “छत्तीसगढ़ में हार का कारण काम की कमी नहीं, बल्कि वोट चोरी है। महाराष्ट्र की तरह यहां भी भाजपा ने वोट चुराकर सरकार बनाई।”
वहीं, टीएस सिंहदेव ने महासमुंद में कहा था – “हमने नियमितीकरण के वादे पूरे नहीं किए, इसलिए हार मिली।”
माइक छीनने का विवाद
‘वोट-चोर-गद्दी छोड़’ सभा में एक और विवाद तब हुआ जब पूर्व मंत्री अमरजीत भगत भाषण दे रहे थे और तभी सचिन पायलट मंच पर पहुंचे।
मंच संचालन कर रहे नेता ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे बोलते रहे।
इसके बाद प्रदेश सहप्रभारी विजय जांगिड़ ने माइक छीन लिया।
वीडियो वायरल हुआ तो इसे अमरजीत भगत का “अपमान” बताया गया।
हालांकि, अमरजीत भगत ने सफाई देते हुए कहा – “यह जानबूझकर नहीं हुआ। समय की पाबंदी थी। भाजपा इसे मुद्दा बना रही है। अगर उन्हें लगता है कि मेरा अपमान हुआ है तो वे सम्मान सभा आयोजित करें और मुझे माला पहनाएं।”
कांग्रेस का दावा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा –
“देशभर में मतदाता सूचियों में गड़बड़ी हो रही है।
चुनाव आयोग से निष्पक्षता की मांग के लिए यह पदयात्रा निकाली जा रही है।
लोगों को यह संदेश देंगे कि कांग्रेस ही असली जनप्रतिनिधि है।”
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का यह अभियान भाजपा सरकार पर चुनावी धांधली के आरोपों और अपनी आंतरिक गुटबाजी के बीच चल रहा है। अब देखना होगा कि रायगढ़ से भिलाई तक की यह पदयात्रा कांग्रेस को जनता के बीच कितना मजबूती से खड़ा कर पाती है।
