
छत्तीसगढ़ शिक्षक भर्ती प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ शिक्षक भर्ती प्रदर्शन: डीएड बीएड संघ ने की 57000 शिक्षक भर्ती और युक्तियुक्तकरण रद्द करने की मांग, एसडीएम कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन
धमतरी: छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड बीएड संघ, जिला धमतरी ने मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर एसडीएम कार्यालय के सामने रैली निकाली और जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान संघ के प्रतिनिधियों ने एसडीएम, विधायक ओमकार साहू और महापौर रामू रोहरा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय शिक्षा मंत्री, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री के नाम संबोधित किया गया।
प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार की “मोदी की गारंटी” योजना के तहत 57000 शिक्षकों की शीघ्र भर्ती और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे युक्तियुक्तकरण के फैसले को रद्द करने की मांग करना था।
प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
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मोदी गारंटी के तहत 57000 शिक्षकों की भर्ती शीघ्र की जाए।
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शालाओं के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।
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4077 शासकीय स्कूलों को बंद करने के आदेश को निरस्त किया जाए।
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सरकारी स्कूलों में 35000 शिक्षकों के पद समाप्त न किए जाएं।
संघ के जिलाध्यक्ष मितेश सार्वा और ब्लॉक अध्यक्ष गीता सारथी व सागर साहू ने बताया कि लोकसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी योजना के तहत शिक्षकों की भर्ती का वादा किया गया था। विधानसभा में तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने 33000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी, जिसमें कहा गया था कि यह प्रक्रिया नए शैक्षणिक सत्र से पूर्व पूरी कर ली जाएगी।

हालांकि, एक पूरा शिक्षण सत्र बीत चुका है और बच्चे अगली कक्षा में पहुँच चुके हैं, लेकिन सरकार अब तक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ नहीं कर सकी है। इसके उलट, शिक्षा विभाग द्वारा युक्तियुक्तकरण लागू किया जा रहा है, जिसके तहत 4077 स्कूलों को बंद करने की तैयारी की जा रही है।
2008 के सेटअप के अनुसार, प्राइमरी स्कूल में 1 प्रधानपाठक और 2 सहायक शिक्षक, तथा मिडिल स्कूल में 1 प्रधानपाठक और 4 शिक्षक नियुक्त होने चाहिए। लेकिन नए ढांचे में प्राइमरी में केवल 1 सहायक शिक्षक और मिडिल स्कूल में मात्र 2 शिक्षक रखे जा रहे हैं। इससे करीब 35000 पदों को सीधे तौर पर समाप्त किया जा रहा है।
संघ ने इस कदम का कड़ा विरोध करते हुए सरकार से मांग की कि शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए और युक्तियुक्तकरण जैसे “काले कानूनों” को रद्द किया जाए।
इस प्रदर्शन में वेदप्रकाश, नोवेंद्र, रोशनी, लकेश्वरी, रवींद्र, मंजू, भूमिका, रवि, शुभम, चुनेश्वर सहित कई सक्रिय सदस्य मौजूद रहे।